मोबाइल खबरों की दुनिया का सबसे बड़ा माध्यम

5/17/2016 11:15:39 AM

जालंधरः खबरों की दुनिया में दिलचस्पी रखने वालों के लिए इस समय न्यूज वैबसाइट्स समाचार का सबसे बड़ा साधन बन रही हैं। एक आन लाइन सर्वे के मुताबिक युवा पीढ़ी के लोग इंटरनैट के माध्यम से मिलने वाले न्यूज फीड को अपनी सूचना का सबसे बड़ा साधन मानते हैं। इस सर्वे से यह भी साफ हो गया है कि टी.वी. चैनलों के जरिए मिलने वाली न्यूज का नंबर चौथा है। हालांकि इस सर्वे में पूछे गए एक सवाल के मुताबिक समाचार पत्र आज भी एक बड़ा वर्ग पढ़ रहा है।  

वैबसाइट द हूट के इस सर्वे में सामने आया है कि 44.8 प्रतिशत लोग मोबाइल के जरिए समाचारों से वाकिफ होते हैं जबकि दूसरे नंबर पर लैपटाप (32 प्रतिशत) है। इसके बाद टी.वी. सैट्स (16.7 प्रतिशत) का नंबर आता है। यह सर्वे अप्रैल-मई के महीने में किया गया। इस सर्वे में एक बात यह भी प्रमुख रूप से उभरकर सामने आई कि आज भी समाचार पत्र पढऩा लोगों की आदत में शुमार है, जबकि टी.वी. न्यूज चैनल धीरे-धीरे अपना दर्शक वर्ग खो रहे हैं। अलबत्ता आज भी एक बड़ा वर्ग समाचार पत्रों से ही सारी खबरें लेता है। हालांकि इस सर्वे में ट्विटर को शामिल नहीं किया गया था लेकिन फिर भी 170 लोगों में से 20 प्रतिशत ने इसका जिक्र किया। 
 
एक और दिलचस्प आंकड़ा इस सर्वे में यह सामने आया कि दिन के वक्त सबसे ज्यादा लोग (69.4 प्रतिशत) खबरों के संपर्क में आते हैं, जबकि सुबह के वक्त 22.4 प्रतिशत व रात के समय 8.2 प्रतिशत लोग। इसके अलावा एक और सवाल के जवाब में लोगों ने बताया कि 73.5 प्रतिशत लोग अभी भी समाचार पत्र जरूर पढ़ते हैं जबकि 26.5 प्रतिशत लोग ही ऐसे हैं जो समाचार पत्र नहीं पढ़ते। इनमें से 51.1 प्रतिशत लोगों का कहना है कि वे हैडलाइंस से आगे भी खबर पढ़ते हैं जबकि 47.1 प्रतिशत लोग कभी-कभार ही हैडलाइंस से आगे बढ़ते हैं। इस सर्वे में सबसे ज्यादा लोग दिल्ली-एन.सी.आर. के शामिल रहे, जबकि इसके बाद चेन्नई, मुंबई और बेंगलुरू का नंबर आता है। 
 
खबरें पढऩे के शौकीनों से जब यह पूछा गया कि वे किस तरह की खबरें पढ़ते हैं तो सबसे ज्यादा लोगों (75 प्रतिशत से अधिक) ने नैशनल खबरों को पसंदीदा बताया। इसके बाद इंटरनैशनल, राजनीतिक, लोकल, मनोरंजन, तकनीक, स्पोटर्स व बिजनैस की खबरों का नंबर आया।  
 
समाचार का पसंदीदा स्रोत:-
न्यूज वैबसाइट्स 22 प्रतिशत
समाचार पत्र 18.9 प्रतिशत
न्यूज एप्स 17.8 प्रतिशत
फेसबुक 14.8 प्रतिशत
टी.वी. चैनल 11.2 प्रतिशत
अन्य  8.6 प्रतिशत
गूगल न्यूज 6.7 प्रतिशत

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