मैलवेयर भेजने के लिए मुजरिमों ने चुना भारतीय इनकम टैकस विभाग
1/23/2016 9:57:15 AM
जालंधर: हैकर्स किसी न किसी तरीके हमारी प्राइवेसी में सेध लगाने की कोई न कोई विधि ढूंढते रहते हैं। लोगों को अनवांटिड मालवेयर इंटरनेट के द्वारा भेजना हैकरज़ का सब से बड़ा हथियार है, इस के बाद ई-मेल्स के द्वारा लोगों को गुमराह करना आदि यह सब साईबर क्राइम के अंदर आता है। पिछले कुछ महीनों से एक ख़ास तरह की मेलस लोगों को मिल रही हैं, जिसके बारे जान कर आप भी हैरान हो जाएंगे।
पिछले कुछ महीनों से सीमेंटिक ने यह रिकार्ड किया है कि भारतीय इनकम टैकस डिपार्टमैंट को लगातार मैलीशियस मेलस (कुछ ख़तरनाक मेल्स) आ रही हैं। इन मेलस में से 43% भारत में से ही आई हैं इसके साथ ही 20% यू. ऐस. और 14% यू. के. में से आई हैं। यह जानकारी सीमेंटिक के सीनियर सिक्योरिटी रिस्पांस मैनेजर सतनाम नारंग ने दी है।
दी जानकारी में बताया गया है कि इन मेलस में 2 तरह की मेल्स शामिल हैं जिसमें से एक मेल में यह दावा किया जाता है कि कई हज़ार रुपए टैकस की राशि के तौर पर बैंक अकाउंट में से काटे गए हैं और दूसरी मेल आई. टी डिपार्टमैंट की तरफ से होती है, जिस में इर टैंपलेट में हुई ट्रांज़ैकशन की सूचना दी गई होती है।
नारंग का कहना है कि यह ऐक्टिविटी फाइनेंशियल साल के अंत में बहुत ज़्यादा होती है क्योंकि इस समय में लोग इनकम टैकस के साथ इसके जैसे अन्य टैकस भी भरते हैं। इन मेलस में कुछ रिसिपट फाइलें होती हैं जिन में जि़प फाइलें भी शामिल होती हैं। यह जि़प फाइलें पासवरड प्रोटैकटिड नहीं होती हैं और इनमें इन्फारमेशन चोरी करने वाला मालवियर होता है, जो Infostealer.Donx नाम से पहचाना जा सकता है। हालाकि (सी. ई. आर. टी. -इन) भारतीय कंप्यूटर एमरजेंसी रिस्पांस टीम इन मेसल पर लगातार नजऱ रखे हुए है।

