विश्व के पहले स्मार्ट ईयर-प्लग्स : सोने में करेंगे मदद
7/18/2016 9:25:40 AM
जालंधर : पुराने घर को छोड़ नए घर में जाने से शुरू-शुरू में नींद न आने की समस्या का सामना करना पड़ता है। कई बार आस-पास का शोर भी इसकी एक वजह होता है। उदाहरण के तौर पर घर के पास वाली सड़क का ज्यादा व्यस्त रहना या घर का रेलवे ट्रैक के पास होना। इसी समस्या के समाधान के लिए हश (Hush) को विकसित किया गया है जिसे विश्व का पहला स्मार्ट ईयरप्लग भी कहा गया है।
डेनियल ली उन लोगों में से हैं जिन्होंने हश को विकसित किया है। ली और उनकी टीम द्वारा बनाया गया यह प्रोडक्ट शोर में भी सोने में मदद करता है तथा म्यूजिक और सुबह के अलार्म जैसी आवाजें भी निकालता है। आइए जानते हैं हश के बारे में -
हश स्मार्ट ईयरप्लग्स पॉकेट साइड वाले चिकने और सुंदर चार्जिंग केस के साथ आते हैं।
इसके डिजाइन को देखकर आपको मोटो हिंट की याद आ सकती है क्योंकि मोटो हिंट भी हश जैसे डिजाइन वाला ही ईयरप्लग है।
इन ईयरप्लग्स के केस में चुम्बक लगी है जिससे यह ईयरप्लग्स चाॄजग के समय आसानी से अपनी जगह पर लॉक हो जाते हैं।
दोनों ईयरप्लग्स वायरलैस तरीके से काम करते हैं लेकिन फिर भी यूजर को सिंगल चार्ज पर 8 घंटों तक का बैटरी बैकअप मिल जाएगा। जब इसे चार्ज करने की जरूरत होगी तब तक आपकी नींद पूरी हो चुकी होगी और आप इसे केस में रख कर चार्जिंग (यू.एस.बी. की मदद से) पर लगा सकेंगे।
यह डिवाइस बहुत से साइज में उपलब्ध है जिससे छोटे से लेकर बड़े व्यक्ति तक इसका प्रयोग सम्भव है।
हश की मदद से आप एप का इस्तेमाल कर सोने के समय म्यूजिक लगा सकते हैं जिससे आप सो सकें और सुबह उठने के लिए अलार्म को एडजस्ट कर सकते हैं। इससे आपका पार्टनर भी परेशान नहीं होगा।
इसकी एक समस्या यह है कि अलग-अलग तरह के म्यूजिक (बारिश, वाटरफाल आदि) को चलाने के लिए हर आवाज को आपको डाऊनलोड करना पड़ता है और फिर उसे प्ले करना पड़ता है। इस प्रोसैस में कुछ समय लगता है। इसके अलावा एक साऊंड को डिलीट करने के बाद ही दूसरी साऊंड को डाऊनलोड किया जा सकेगा।
इन ईयरप्लग्स की कीमत 150 डॉलर (लगभग 10,000 रुपए) है और इसे खरीदने के लिए आप हश डॉट टैक्नोलॉजी पर जाकर अधिक जानकारी पा सकते हैं।

