सेना के साथ है रॉयल एनफील्ड का अटूट नाता, 26 जनवरी की परेड में सालों से शामिल हो रहीं ये मोटरसाइकिल

1/25/2021 2:23:00 PM

ऑटो डैस्क: भारत में कल यानी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा। इस साल भी हर साल की तरह ही भारतीय सेना अपने शौर्य और पराक्रम का परिचय राजपथ पर देती नज़र आएगी। भारतीय सेना हमेशा परेड में रॉयल एनफील्ड की बाइक्स का ही इस्तेमाल करती आ रही है। आज हम आपको बतएंगे कि दशकों से भारतीय जवानों के दस्ते में रॉयल एनफील्ड के मोटरसाइकिल्स को ही क्यों इस्तेमाल किया जाता है।

देश में आजादी के समय भारतीय सेना BSA और Triumph मोटरसाइकिल्स का इस्तेमाल करती थी, लेकिन हमारी सेना के जवानों को इन्हें चलाने में कई तरह की परेशानियां सामने आ रही थीं। इसी लिए वर्ष 1949 में पहली बार ब्रिटिश मोटररसाइकिल निर्माता कंपनी रॉयल एनफील्ड के मोटरसाइकिल्स को भारतीय सेना में शामिल किया गया। उन दिनों रॉयल एनफील्ड एक चर्चित मोटरसाइकिल थीं क्योंकि इन्हें द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान भी इस्तेमाल किया जाता था। इतना ही नहीं उस समय रॉयल एनफील्ड की मोटरसाइकिल्स का इस्तेमाल ब्रिटिश आर्मी के अलावा कई अन्य देश की सेनाओं द्वारा भी किया जाता था। उस समय भारतीय सेना के जवान इन मोटरसाइकिलों का इस्तेमाल सीमा से सटे इलाकों में गश्त लगाने के लिए करते थे।

भारतीय सेना में सबसे पहले शामिल हुई थी 350सीसी की मोटरसाइकिल

ब्रिटिश वाहन निर्माता कंपनी ने पहली बार 350 सीसी की क्षमता वाले 4 स्ट्रोक रॉयल एनफील्ड मोटरसाइकिल्स की सप्लाई देश में शुरू की। इसके बाद सन् 1955 में रॉयल एनफील्ड ने मद्रास मोटर्स के साथ साझेदारी की और इन मोटरसाइकिलों की असेंबलिंग भारत में शुरू की गई। इसके बाद सन् 1962 तक जो बुलेट भारत में इस्तेमाल की जाती थी वो पूरी तरह से देश में ही बनने लगी थी। तब से लेकर आजतक भारतीय सेना रॉयल एनफील्ड के मोटरसाइकिलों का इस्तेमाल कर रही है।


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Hitesh

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