जियो के दो साल में इंटरनेट डाटा की दरें उतरी जमीन पर, मुफ्त बातचीत बनी हकीकत

9/7/2018 9:54:47 AM

गैजेट डैस्क: मोबाइल दूरसंचार बाजार में उथल-पुथल मचाने वाली कम्पनी रिलायंस जियो के कारोबार के पहले दो वर्षों में मोबाइल इंटरनेट की दरों में तीव्र गिरावट और इसके इस्तेमाल में उल्लेखनीय विस्तार दिखा। कंपनी ने बुधवार को अपने कारोबार का दूसरा साल पूरा किया। विश्लेषणों के मुताबिक इन दो वर्षों के दौरान भारत में मोबाइल डाटा का इस्तेमाल 20 करोड़ गीगाबाइट (जीबी) से बढ़ कर करीब 370 करोड़ जीबी तक पहुंच गया। इसकी मुख्य वजह मोबाइल डाटा का सस्ता होना बताया जा रहा है।       

- जियो के आने के बाद भारत में मुफ्त मोबाइल काल भी एक हकीकत बनी। जियो ने पहली बार अपने ग्राहकों को असीमित मुफ्तकाल की सुविधा दी और प्रतिस्पर्धा के चलते बाजार में दूसरे सेवा प्रदाताओं ने भी इस तरह के प्लान पेश किए। विश्लेषकों के अनुसार रिलायंस जियो के आने से ठीक पहले एक जीबी डाटा 250 रुपए प्रति जीबी के आस-पास पड़ता था। आज यह दर 15 रुपए के आस-पास रह गई है। रिलायंस जियो के एक सूत्र ने कहा , ‘‘जियो के आने के बाद डाटा बाजार में असली लोकतंत्र आया है। जियो ने आम लोगों को भी अब इसका इस्तेमाल करने की स्थिति में ला दिया है।’’ 

- आंकड़ों के अनुसार देश में इस समय इस्तेमाल हो रहे 340 करोड़ जीबी डाटा में से अकेले जियो के ग्राहक ही 240 करोड़ जीबी डाटा इस्तेमाल कर रहे हैं। इस साल जून के अंत में भारत में सक्रिय मोबाइल कनेक्शनों की संख्या 1.15 अरब थी और उस समय 21.5 करोड़ उपभोक्तता जियो नेटवर्क पर ब्राडबैंड सेवाओं का इस्तेमाल कर रहे थे। देश में 2015 में भारत में 2G और 3G ने एक दम से बढ़त हासिल की थी, लेकिन उस समय 4G को ज्यादा बड़े पैमाने पर भारतीय दूरसंचार जगत ने बढ़ावा नहीं दिया था। जियो के आने से इस क्षेत्र में एक नया मोड़ आया था।  


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Hitesh

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