रिसक्यू आप्रेशनस के लिए खास बना है यह रोबोट
1/17/2016 3:39:17 PM
जालंधरः भारत में कई बार ऐसी समस्याएं सामने आईं हैं जिन में कोई बच्चा किसी गहरे गड्ढे या कुएं में गिरने से उसे बाहर निकालने के लिए 3 से 4 दिन तक का भी समय लगता रहा है और कई बार तो इन हादसों कारण मौते भी हो चुकी हैं। इसी बात को मुख्य रखते हुए बेंगलुरु के तीन विद्यार्थियों ने अपने अध्यापक के निर्देशों अनुसार एक रोबोट तैयार किया है। शरद, धनुष और गिरधर और एम. नागराज ने मिल कर bore well rescue रोबोट विकसित किया है जिस में कैमरा, आक्सीजन स्पलाई इक्विपमेंट, एक रोबोटिक बाजू और एक सेफ्टी बलून शामिल है और यह सब मिल कर काम करते हैं जिस के साथ मुश्किल में फंसे हुए बच्चो की मदद की जा सकती है।
जब बच्चा किसी बोर में फंस जाऐ तो इस रोबोट को पिस्टन की मदद के साथ उस गड्ढे में उतारा जा सकता है। कैमरा बच्चें की लोकेशन को ढूंढता है, जब एक बार रोबोट बच्चे तक पहुंच जाएं तो इस के साथ बच्चे को सांस लेने के लिए आक्सीजन पंप उपलब्ध करवाया जा सकता है। इस के बाद कैमरे की मदद के साथ सेफ्टी बलून को बच्चे तक पहुंचाया जा सकता है और जब यह बलून हवा के साथ भर जायेगा तो बच्चा आसानी के साथ पर आ सकता है। यह सारा आप्रेशन कैमरे और कंप्यूटर या लैपटाप के साथ पूरा किया जा सकता है। इस को बनाने में अब तक 15000 रुपए तक खर्च कर दिया गया है। नागराज अनुसार यदि विद्यार्थियों को सरकार की तरफ से सही सहयोग मिले तो यह कई बच्चों की जिदगी बचा सकता है।

