एंड्रॉयड स्मार्टफोन कंपनियों का यूजर्स से धोखा, जांच में हुआ झूठ का पर्दाफाश

4/13/2018 3:27:48 PM

जालंधर : एंड्रॉयड स्मार्टफोन निर्माताओं द्वारा सिक्योरिटी पैच अपडेट्स को लेकर बोले जा रहे झूठ का पर्दाफाश हो गया है। एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स सॉफ्टवेयर को पूरी तरह से अप-टू-डेट दिखा रहे हैं लेकिन जांच के दौरान उनमें सिक्योरिटी पैच की कमी देखी गई है। वायर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक सिक्योरिटी सर्च लैब्स (SRL) के रिसर्चर्स ने अलग-अलग निर्माताओं द्वारा बनाए गए 1,200 फोन्स की जांच की है जिसमें पता लगाया गया है कि कुछ कम्पनियां सक्रिय रूप से ग्राहकों को मालवेयर और हैकिंग के प्रति सिक्योरिटी के रूप में धोखा दे रही है। इनमें गूगल, सैमसंग, सोनी, नोकिया, हुआवेई, मोटोरोला, LG, HTC, ZTE और TCL आदि शामिल हैं। 

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पुराने पैच की डेट बदलकर धोखा दे रहे स्मार्टफोन निर्माता
बिजनेस इंसाइडर की रिपोर्ट के मुताबिक कुछ एंड्रॉयड निर्माता यूजर्स को बता रहे हैं कि उनकी डिवाइस में लेटैस्ट सिक्योरिटी पैच को इंस्टाल किया गया है, लेकिन वह पुराने पैच की ही डेट बदल कर यूजर्स को धोखा दे रहे हैं। उपभोक्ता को लगता है कि स्मार्टफोन में लेटैस्ट सिक्योरिटी पैच इंस्टाल है लेकिन असल में ऐसा होता नहीं है।

 

सैमसंग और सोनी भी हुए प्रभावित
SRL के फाउंडर कारसतन नोहल (Karsten Nohl) व रिसर्चर जाकोब (Jakob Lell) ने पता लगाकर बताया है कि सबसे ज्यादा हैरानी की बात है कि सोनी और सैमसंग जैसी कम्पनियों के स्मार्टफोन्स में भी इस सिक्योरिटी पैच की कमी देखी गई है। लेकिन इनके कुछ मॉडल्स ही इससे प्रभावित हुए हैं। सैमसंग J5 2016 मॉडल ठीक से सूचित कर रहा है कि फोन में क्या इंस्टॉल नहीं है। जबकि J3 2016 मॉडल सभी पैचिस को अप-टू-डेट दिखा रहा है, लेकिन इसमें 12 पैचिस की कमी देखी गई है। 

 

रिपोर्ट में किया गया खास विश्लेषण
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सोनी व सैमसंग के बाद TCL और ZTE के स्मार्टफोन्स में  4 से ज्यादा पैचिस की कमी देखी गई है, जिनके पूर्ण रूप से इंस्टाल होने का दावा किया जा रहा है।
- HTC, हुवाई, LG और मोटोरोला के स्मार्टफोन्स में 3 से 4 सिक्योरिटी पैचिस की कमी दर्ज हुई है। 
- शाओमी, वनप्लस व नोकिया में 1 से 3 सिक्योरिटी अपडेट की कमी सामने आई है। 

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क्या होता है सिक्योरिटी पैच?
सिक्योरिटी पैच सॉफ्टवेयर का छोटा पीस है जो कम्पयूटर प्रोग्राम को अपडेट करने, उसे फिक्स करने व बेहतर बनाने के काम आता है। इसके जरिए सुरक्षा से जुड़ी कमजोरियों को दूर किया जा सकता है व बग्स को फिक्स करने में भी मदद मिलती है।

 

सामने आया समस्या का मुख्य कारण
सिक्योरिटी सर्च लैब्स ने पता लगाया है कि इस समस्या का मुख्य कारण फोन की चिप्स हैं। जिन स्मार्टफोन्स में सैमसंग द्वारा तैयार किया गया प्रोसैसर लगा है उनमें कुछ पैचिस की कमी देखी गई है वहीं मीडिया टैक के प्रोसैसर वाले स्मार्टफोन्स में करीब 10 पैचिस की कमी सामने आई है। कारसतन नोहल ने कहा है कि इससे यह पता चलता है कि अगर आप सस्ते स्मार्टफोन्स का उपयोग करते हैं, तो आपको डाटा मॉनीटरिंग वाले हिस्से में कई तरह की कमियों से जूझना पड़ेगा।

 

इस तरह करें अपने एंड्रॉयड स्मार्टफोन की जांच 
SRL ने एक सॉफ्टवेयर जारी किया है जिससे आप भी यह पता लगा सकते हैं कि आपके एंड्रॉयड स्मार्टफोन में पैच की कमी है या नहीं? SRL द्वारा तैयार की गई SnoopSnitch नामक एप के जरिए आपको आसानी से पता चल जाएगा कि कौन सा सॉफ्टवेयर असल में ब्रेक हुआ है व कौन से अपडेट सही तरीके से इन्स्टाल नहीं किए गए हैं।

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Google ने दी प्रतिक्रिया
गूगल के प्रवक्ता ने अपने ब्यान में बताया है कि हम कारसतन नोहल व रिसर्चर जाकोब का इस बात को लेकर शुक्रिया अदा करते हैं कि उन्होंने एंड्रॉयड इकोसिस्टम की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए प्रयास किया है। हम उनके साथ काम करेंगे और डिवाइस की सिक्योरिटी अपडेट से जुड़ी खामियों का पता लगाने व इसे और बेहतर करने पर भी जोर देंगे। 


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