अमरीका का अहम फैसला : AI रिसर्च पर Pentagon खर्च करेगा 2 बिलियन डॉलर

9/9/2018 1:46:41 PM

- फेक ऑडियो और वीडियो को डिटैक्ट करने में मिलेगी मदद

- बेहतर की जाएगी साइबर सिक्योरिटी 

गैजेट डैस्क : US डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस ने अमरीका की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए अहम फैसला लिया है। डिपार्टमेंट ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रिसर्च पर अगले 5 वर्षों में 2 बिलियन डॉलर (लगभग 200 करोड़) खर्च करने का निर्णय लिया है। द वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक इस रिसर्च के तहत फंड को 210 एक्टिव प्रोग्राम्स पर लगाया जाएगा और देश की साइबर सिक्योरिटी को बेहतर किया जाएगा। 

- AI तकनीक फेक ऑडियो और वीडियो को डिटैक्ट करने में मदद करेगी। वहीं ह्यूमन कंप्यूटर सिम्बायोसिस प्रोग्रम के तहत लोगों व मशीन के बीच वार्तालाप को और भी बेहतर बनाएगी। 

तैयार की जाएगी इंटेलिजेंट मशीन्स

एगनैजेट की रिपोर्ट के मुताबिक वाशिंगटन DC के बाहर आयोजित एक कान्फ्रैंस में इस प्लान को लेकर घोषणा की गई। DARPA (डिफेंस एडवांस्ड रिसर्च प्रोजेक्ट एजेंसी) के डायरैक्टर स्टीवन वाकर ने इस प्लान के बारे में सभी ऑफिशियल्स को जानकारी दी। 

- डिफैंस अडवासंड रिसर्च प्रोजैक्ट्स ऐजेंसी ने कहा है कि वह “Third Wave” कैम्पेन के तहत नए रिसर्च एफर्ट्स पर दर्जनों फंड रिलीज़ करेगी। इसके तहत ऐसी इंटैलिजेंट मशीन्स तैयार की जाएंगी जो एनवायरमेंट बदलने के साथ खुद को बदलने की क्षमता रखेंगी।

सिक्योरिटी को किया जाएगा और भी बेहतर

इसे एक बहुत बड़ी डील कहा जा सकता है। यह पहला संकेत है कि अमरीका समस्याओं को ध्यान में रखते हुए अडवांस्ड AI टैक्नोलॉजी पर बड़ी मात्रा में फंड रिलीज़ करने जा रही है। इसके अलावा कुछ अन्य परपोज़ल्स के मुताबिक सिक्योरिटी क्लीयरेंसिस को बेहतर बनाने के लिए AI का उपयोग किया जाएगा। वहीं मिल्ट्री मशीन्स के लिए डाटा व पावर की जरूरत को कम करने के लिए इसे लाया जाएगा। 

- वाशिंग्टन पोस्ट के मुताबिक जून में गूगल ने घोषणा की थी कि AI को डिवैल्प करने वाले डिफेंस डिपार्टमेंट कान्ट्रैक्ट को वह रीन्यू नहीं करेगी। इसके तहत ड्रोन फुटेज को ऐनलाइस करने में मदद मिलने वाली थी जिसके बाद DARPA के कुछ AI रिसर्चर्स ने कहा था कि अगर गूगल AI को डिवैल्प करने में मिल्ट्री की मदद नहीं करेगा तो कोई और कम्पनी करेगी। 

Hitesh