Huawei और ZTE को लगा दूसरा झटका, अब ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने लगाया दोनों कम्पनियों पर बैन!
8/23/2018 4:51:34 PM
जालंधर : चीन की टैक्नोलॉजी कम्पनीज़ Huawei और ZTE को दूसरा बड़ा झटका लगा है। अमरीका द्वारा इनके कॉम्पोनेंट्स पर प्रतिबंध लगाने के बाद अब ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने भी इन दोनों कम्पनियों पर अपना शिकंजा कस दिया है। एनगैजेट की रिपोर्ट के मुताबिक ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने इन दोनों कम्पनियों द्वारा तैयार किए गए 5G तकनीक पर आधारित उपकरणों को देश में लाने से रोक लगा दी है। रिपोर्ट के मुताबिक ऑस्ट्रेलिया की सरकार नहीं चाहती कि वहां के लोकल सेलुलर कैरियर चाइना द्वारा तैयार किए गए नैटवर्क उपकरणों का इस्तेमाल करें। इसी वजह से राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी चिंताओं के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है।
Huawei ने खुद की इस बात की पुष्टि
ट्विटर के जरिए Huawei ने पुष्टि करते हुए बताया है कि "ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने Huawei और ZTE को ऑस्ट्रेलिया में 5G टैक्नोलॉजी को उपलब्ध करने से बैन कर दिया है। उन्होंने आगे कहा कि यह उपभोक्ताओं के लिए एक बेहद निराशाजनक बात है।"
We have been informed by the Govt that Huawei & ZTE have been banned from providing 5G technology to Australia. This is a extremely disappointing result for consumers. Huawei is a world leader in 5G. Has safely & securely delivered wireless technology in Aust for close to 15 yrs
— Huawei Australia (@HuaweiOZ) August 22, 2018
नई तकनीक नहीं बल्कि सुरक्षा चाहिए
इस निर्णय के बाद ऑस्ट्रेलिया पहला ऐसा देश बन गया है जिसने 5G तकनीक के लालच में ना आते हुए देश की सुरक्षा के लिए इन चीनी कम्पनियों के साथ लोकल सैलुलर नैटवर्क प्रदाताओं को काम करने से रोका है। ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने अमरीका का हवाला देते हुए कहा है कि इससे पहले अमरीका ने भी सरकारी एजेंसी और कांट्रेक्टरों को इन कंपनियों द्वारा बनाए गए नैटवर्क उपकर्णों का उपयोग करने को लेकर मना किया है।
- आपको बता दें कि कुछ समय पहले देश की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए अमरीकी सरकार ने नए कानून को पास किया है जिसके तहत अमरीका में Huawei और ZTE जैसी चीनी कम्पनियों की डिवाइसिस व कॉम्पोनेंट्स पर प्रतिबंध लग जाएगा। डिफेंस ऑथराइजेशन एक्ट अगले दो वर्षों में प्रभावी होगा। माना जा रहा है कि अमरीकी सरकारी कर्मचारी, कॉन्ट्रैक्टर और एजेंसियां Huawei और ZTE द्वारा तैयार की गई डिवाइसिस के उपयोग को बंद नहीं कर रही हैं जिस वजह से अब अमरीकी सरकार ने देश की सुरक्षा के हित में नए बिल को पारित किया है।