मालवेयर अटैक का शिकार हो सकते हैं माइक्रोसॉफ्ट पावर प्वाइंट यूजर्स!

11/20/2018 10:31:51 AM

गैजेट डैस्क : माइक्रोसॉफ्ट के ऑफिस टूल्स जैसे कि वर्ड, एक्सल और पावरप्वाइंट का पूरी दुनिया में काफी उपयोग किया जाता है और इसी वजह से अब ये हैकर्स के निशाने पर हैं। पावर प्वाइंट में एक ऐसी सुरक्षा खामी का पता लगाया गया है जिसके जरिए इस पर बड़ा साइबर अटैक हो सकता है। वहीं मालवेयर अटैक होने की भी सम्भावना है और इसके जरिए यूजर की जानकारी को चुराया जा सकता है। रिसर्चर्स ने माइक्रोसॉफ्ट पावर प्वाइंट की ऐसी खामी को पकड़ा है जिसके जरिए यूजर्स पर अब खतरा मंडरा रहा है। 

कुछ स्टैप्स और हो गया अटैक

जाने-माने रिसर्चर मार्को रामिल्ली ने इस सुरक्षा खामी को पकड़ा है और इसे कुछ-कुछ phishing टैक्नीक की तरह ही बताया है। यानी इसके जरिए मलिशियस फाइल को डायरैक्ट शिकार तक एक लिंक की मदद से पहुंचा दिया जाता है और कुछ स्टैप्स को फालो करते ही सफलापूर्वक अटैक हो जाता है। रिसर्चर्स ने इस अटैक को लेकर पूरी जानकारी को डिटेल्स में शेयर किया है, लेकिन हम आपको साधारण शब्दों में इसके बारे में बताएंगे।

ऐसे लगाई जा सकती है सुरक्षा में सेंध

ऑनलाइन न्यूज़ वैबसाइट लेटैस्ट हैंकिंग न्यूज़ ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि पावरप्वांइट पर हैकर जब मलिशियस लिंक के जरिए अटैक करता है तो ब्लैक कलर की स्क्रीन शो होने लगती है। मार्को रामिल्ली ने बताया है कि इससे टार्गेट की डिवाइस में एक इनफैक्टिड फाइल डाऊनलोड हो जाती है जो wraeop.sct.  नाम से शो होती है। अटैक के दौरान पहले पावरप्वाइंट की इंटरनल इमेज को एक्सैस किया जाता है, फिर मलिशियस फाइल को एग्जीक्यूट कर दिया जाता है।       

इससे पहले भी हो चुका अटैक

मार्को रामिल्ली ने पता लगाया है कि इसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए क्योंकि इस तरह का हमला होना काफी अजीब बात है। क्रिमिनल हैकर्स इससे पहले भी पावरपवाइंट में इसी तरह के अटैक करते आए हैं। उन्होंने बताया है कि माइक्रोसॉफ्ट इसको लेकर काम कर रही है। कम्पनी यूजर्स को बचाने के लिए पहले परमिशन मांग रही है लेकिन इसे पूरा समाधान नहीं कहा जा सकता। इस दौरान एक्शन की जरूरत है।

माइक्रोसॉफ्ट वर्ड के वीडियो फीचर में आई थी समस्या

हमें पता है कि माइक्रोसॉफ्ट वर्ड के वीडियो फीचर में भी खामी पाई गई है। लेकिन फिर भी माइक्रोसॉफ्ट ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। माना जा रहा है कि माइक्रोसॉफ्ट इस समस्या पर काम कर इसका समाधान जल्द ही निकालेगी और कोशिश करेगी कि किसी को कोई नुक्सान ना हो। 

Hitesh