अब डैबिट कार्ड होगा और भी सेफ, फिंगरप्रिंट से होंगी ट्रांजैक्शन्स

3/14/2019 6:59:34 PM

गैजेट डैस्क : सुरक्षा के लिहाज से फिंगरप्रिंट टैक्नोलॉजी को पूरी दुनिया में काफी बढ़ावा मिल रहा है। ऑफिस में अटैंडैंस लगाने से लेकर स्मार्टफोन को ओपन करने तक वैरीफिकेशन के लिए फिंगरप्रिंट आथंटिकेशन तकनीक का इस्तेमाल हो रहा है। इस टैक्नोलॉजी की सुरक्षा को देखते हुए इसे अब डैबिट कार्ड में शामिल किया गया है जिससे आप और भी सुरक्षित व तेजी से पेमैंट कर पाएंगे। 

कार्ड बनाने के लिए कम्पनियों ने की सांझेदारी

यूनाइटेड किंगडम के NatWest बैंक ने अपने ग्राहकों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए बायोमैट्रिक आथंटिकेशन वाले कार्ड को बनाया है जिस पर फिलहाल टैस्टिंग की जा रही है। फिंगरप्रिंट टैक्नोलॉजी से लैस इस डैबिट कार्ड को तैयार करने के लिए NatWest बैंक ने डिजिटल सिक्योरिटी कम्पनी Gemalto, Visa और Mastercard के साथ सांझेदारी की है। ये कम्पनियां इस बात को सुनिश्चित करेंगी कि ये कार्ड यूज़र के फिंगरप्रिंट से उसकी आईडैंटिटी को सही तरीके से डिटैक्ट कर लेता है या नहीं। इसके अलावा सैट की गई पैसों की लिमिट के हिसाब से ही पेमैंट हो, इस बात को भी जांचा जा रहा है।

PIN कोड की बजाय फिंगरप्रिंट तकनीक से ग्राहक को होंगे 3 बड़े फायदे

  1. ट्रांजैक्शन के लिए PIN कोड की बजाय फिंगरप्रिंट तकनीक का उपयोग करने पर यूज़र की सिक्योरिटी बढ़ती है।
  2. फिंगरप्रिंट तकनीक से लैस कार्ड होल्डर जल्द ही आसानी से सिर्फ एक टच से पेमैंट कर सकेंगे।
  3. निर्धारित की गई लिमिट के हिसाब से आप पेमैंट कर सकेंगे जिससे सुरक्षा और बढ़ेगी।

कैसे काम करेगा यह कार्ड

  • यूज़र का रजिस्टर्ड फिंगरप्रिंट इस कार्ड में सेव रहेगा और कार्ड के अंदर लगी चिप से ही यूज़र वैरीफाई होगा। 
  • बिक्री बढ़ाने के लिए रिटेलर्स को किसी भी तरह की नई टैक्नोलॉजी पर पैसे नहीं खर्च करने पड़ेंगे। 
  • एक बार कार्ड में फिंगरप्रिंट एंटर होने के बाद उसे कभी बदला नहीं जा सकेगा। 
  • कार्ड के साथ सुरक्षा के लिए खास तैयार किया गया कवर दिया जाएगा।  

सबसे पहले उपयोग करेंगे बैंक के 200 ग्राहक

इस फिंगरप्रिंट सैंसिंग कार्ड के ट्रायल को कुछ ही हफ्तों में शुरू किया जाएगा। इसके लिए यूनाइटिड किंगडम के बैंक NatWest ने 200 ग्राहकों को चुन लिया है जिन्हें सबसे पहले यह कार्ड मुहैया करवाया जाएगा। वे इस कार्ड का उपयोग कर बैंक को फीडबैक देंगे जिसके बाद यह सर्विस शुरू की जाएगी। 
 

Hitesh