2.5 घंटे में कवर होगा 435 किलोमीटर का सफर, चेन्नई से मैसूर तक बुलेट ट्रेन लाने की तैयारी

11/25/2018 5:39:23 PM

गैजेट डैस्क : भारतीय रेलवे एक ऐसी बुलेट ट्रेन सर्विस को शुरू करने पर विचार कर रहा है जो तूफानी रफ्तार से रेल की पटरियों पर दौड़ेगी और सफर का बेहतरीन अनुभव देते हुए बहुत ही कम समय में लक्ष्य तक पहुंचा देगी। इस बुलेट ट्रेन को चेन्नई से मैसूर तक शुरू किया जा सकता है और यह बेंगलुरु से हो कर गुजरेगी। इसकी सबसे बड़ी खासियत होगी कि यह 7 घंटो का रास्ता महज 3 से भी कम समय (सम्भावित 2.5 घंटे) में पूरा कर लेगी। फिलहाल इसके 2030 से शुरू होने की उम्मीद है।

40 मिनट में पहुंचेंगे बेंगलुरु से मैसूर

बुलेट ट्रेन के आने से चेन्नई से बेंगलुरु तक पहुंचने का समय 100 मिनट तक कम हो जाएगा वहीं बेंगलुरु से मैसूर 40 मिनट में पहुंचा दिया जाएगा। इस खबर की जानकारी उस समय सामने आई जब जर्मन की सरकार ने भारतीय रेल को एक प्रपोजल सबमिट किया जिसमें बताया गया कि चेन्नई से अराकोणम होते हुए बैंगलोर के जरिए मैसूर मार्ग पर बुलेट ट्रेन को शुरू किया जा सकता है जिसकी लम्बाई 435 किलोमीटर है। 

320km/h की रफ्तार

जर्मन के एम्बैस्डर मार्टिन की ने एक प्रोजैक्ट पर डिटेल स्टडी कर रिपोर्ट बना कर रेल्वे बोर्ड चेयरमैन अश्वनी लोहानी को सबमिट किया है। स्टडी से पता लगा है कि बुलेट ट्रेन की रफ्तार 320 किलोमीटर प्रति घंटा की होगी और यह 3 घंटे में सफर तय कर देगी। स्टडी से पता लगा है कि मौजूदा रेलवे लाइन्स को हाई स्पीड रेलस के साथ बदला जाएगा। इस दौरान 85 प्रतिशत रूट में बिछी रेलवे लाइन्स को उपर उठाया जाएगा वहीं 11 प्रतिशत पर सुरंगें बनाई जाएंगी। फिलहाल रेलवे लाइन्स को बदलने के प्लान को भारतीय रेल ने मना किया है और कहा है कि मौजूदा लाइन्स इतनी उलझन भहरी हैं और इनमें बदलाव नहीं किया जा सकता। 

भारत में की गई फिजिबिलिटी स्टडी

जर्मन सरकार ने इस रूट पर फिजिबिलिटी स्टडी की है जिसमें पता लगा है कि यहां बुलेट ट्रेन्स के लिए कम्बाइन्ड और इंडिविजुअल रेल लाइन्स को बिछाया जा सकता है। 

1 लाख करोड़ रुपए का खर्च

भारतीय रेलवे अधिकारी के मुताबिक इस प्रोजैक्ट पर सरकार को करीब 1 लाख करोड़ रुपए का खर्च आएगा वहीं इनसे अलग 150 करोड़ रेल के डिब्बे और इंजन के लिए लगेंगे। फिलहाल इस प्रपोजल को अंडर रिव्यू रखा गया है।

महंगा होगा सफर 

बुलेट ट्रेन के ट्रैवल रेट्स मौजूदा टॉप क्लास AC कोचिस से कई गुणा ज्यादा होंगे, लेकिन बुलेट ट्रेन के आने से लोगों का काफी समय बचेगा। इस रूट के अलावा दिल्ली-मुंबई, दिल्ली-कोलकाता, दिल्ली-नागपुर, मुंबई-चेन्नई और मुंबई-नागपुर तक भी बुलेट ट्रेन को लाने पर विचार किया जा सकता है। 

Hitesh