अब नहीं होगा टीका लगने पर दर्द, विकसित किया गया पहला नीडल फ्री PRIME जैट इंजैक्शन
12/14/2017 10:24:25 AM

जालंधर : ज्यादातर बच्चे व युवा टीका लगने की बात दिमाग में आते ही काफी घबरा जाते हैं व डॉक्टर को इसके विकल्प में गोली से ही बीमारी को ठीक करने को कहते हैं। इसी बात पर ध्यान देते हुए पहला Pain Free जैट इंजैक्शन बनाया गया है जो माइक्रो जैट्स के जरिए दवा को शरीर के अंदर पहुंचाने में मदद करेगा। इस PRIME नामक डिवाइस को मैसाचुसैट्स इंस्टीच्यूट ऑफ टैक्नोलॉजी (MIT) में कई वर्षों की मेहनत के बाद विकसित किया गया है। यह जैट इंजैक्शन शार्प नीडल की बजाय हाई प्रैशर लिक्विड की स्ट्रीम को शरीर के अंदर पहुंचा देता है जिसमें समय भी कम लगता है व बीमारी के फैलने जैसा जोखिम भी कम किया जा सकता है। PRIME जैट इंजैक्शन को हार्मोन के उपचार, इंसुलिन और टीके के लिए उपयोग किया जा सकता है।
इस तरह काम करेगा जैट इंजैक्शन
इसमें लीनियर इलैक्ट्रोमैग्नैटिक एक्चुएटर दिया गया है जो दवा को प्रैशर से छोटी नोज़ल के जरिए त्वचा के विपरीत तरफ से दाखिल करता है। इस डिवाइस से दवा को 200 मीटर प्रति सैकेंड की स्पीड से बाल के साइज जितने जैट से शरीर के अंदर पहुंचाया जा सकता है।
शरीर के अंदर आधे सैकेंड में पहुंचेगी 1 ml दवा
यह जैट इंजैक्शन काफी तेज तरीके से काम करता है और 1 ml दवा को आधे सैकेंड में ही शरीर के अंदर पहुंचा देता है। जिसे साधारण टीकाकरण करने के समय लगाने वाले 10 से 20 सैकेंड से काफी कम माना जा रहा है।
इनबिल्ट कंट्रोल सिस्टम
डिवैल्पर्स के मुताबिक PRIME नाम के इस जैट इंजैक्शन में इनबिल्ट कंट्रोल सिस्टम दिया गया है जो लगातार स्ट्रीम को मॉनीटर करता है व ऑटोमैटिकली एक्चुएटर को एडजस्ट करता है। जिससे आधे सैकेंड के समय के हिसाब से लगातार 1,000 बार दवा को शरीर के भीतर पहुंचाया जा सकता है।
एप पर मिलेगी पूरी जानकारी
इस जैट इंजैक्शन का उपयोग करने के लिए कम्पनी ने खास एप बनाई है जो इस डिवाइस के साथ फोन के जरिए कनैक्ट रहेगी और सभी तरह की जानकारी को आपके डॉक्टर के साथ शेयर करेगी। इसके नीडल लैस डिजाइन को काफी सेफ माना जा रहा है क्योंकि इससे नीडल टूटने का खतरा भी नहीं रहेगा और इन्फैक्शन को बढने से भी रोका जा सकेगा।
इसकी निर्माता कम्पनी अन्य दवा कम्पनियों को पार्टनर बनाने की तैयारी में है। ताकि PRIME को यूनिवर्सल इंजैक्शन मशीन के तौर पर उपयोग किया जा सके। उम्मीद की जा रही है कि PRIME के बाजार में उपलब्ध होने के बाद लोग डायबिटीज जैसी बीमारी के बढ़ने पर खुद ही आसानी से रोज इंजैक्शन लगा सकेंगे।