क्या सच में लीक हुआ Co-WIN ऐप से जुड़ा डेटा, जानें सरकार ने क्या कहा

1/22/2022 2:41:35 PM

गैजेट डेस्क: भारत सरकार ने हजारों लोगों का व्यक्तिगत डेटा एक सरकारी सर्वर से लीक होने की खबरों का खंडन कर दिया है। इससे पहले Co-WIN ऐप से जुड़ा डेटा लीक होने की खबरें आ रही थीं, जिनमें लोगों का नाम, मोबाइल नंबर, पता और कोविड जांच परिणाम लीक होने की बात कही गई थी। कहा जा रहा था कि लीक हुए डेटा को ‘रेड फोरम’ की वेबसाइट पर बिक्री के लिए रखा गया है, साइबर अपराधी का दावा है कि उसके पास 20,000 से अधिक लोगों का व्यक्तिगत डेटा है। सरकार ने इस तरह की खबरों को खारिज किया है और साफ किया है कि पूरा डेटा सेफ है। किसी को घबराने की जरूरत नहीं है।

साइबर सुरक्षा शोधकर्ता राजशेखर राजहरिया ने ट्वीट करके कहा था कि व्यक्तिगत पहचान योग्य जानकारी (पीआईआई) जिनमें लोगों के नाम और कोविड-19 परिणाम शामिल हैं, एक सामग्री वितरण नेटवर्क (सीडीएन) के माध्यम से सार्वजनिक की गई है। राजहरिया ने कहा था कि इस डेटा में लोगों के नाम, मोबाइल, पता आदि शामिल हैं, ये एक सरकारी सीडीएन के माध्यम से सार्वजनिक हो रहे हैं।



जानें क्या कहना है सरकार का
सरकार ने ऐसी सभी बातों को खारिज करते हुए कहा है कि Co-WIN पोर्टल में जुटाया गया डेटा ऑनलाइन लीक नहीं हुआ है। लोगों का पूरा डेटा इस डिजिटल प्लेटफॉर्म पर पूरी तरह से सुरक्षित है। सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ऐसी रिपोर्ट्स की सत्यजता की भी जांच करेगा। हालांकि साइबर सुरक्षा शोधकर्ता राजशेखर राजहरिया द्वारा किया गया दावा पहले ही सही नहीं लग रहा था क्योंकि को-विन ना तो व्यक्ति का पता एकत्र करती है और ना ही आरटी-पीसीआर परीक्षण के परिणाम।

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Hitesh

Recommended News

Related News

static