35 सालों में हुए मोबाइल नेटवर्क में ये हैरानी जनक बदलाव
6/27/2016 5:55:37 PM

जालंधर - आज के समय में लोग सबसे ज्यादा 4जी नेटवर्क को यूज करना पसंद करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि 4जी तकनीक क्या है और इसके क्या लाभ हैं? 4जी तकनीक 1जी, 2जी और 3जी से कितनी अलग है? आज हम आपको इस 1जी, 2जी, 3जी और 4जी तकनीक और उनके बीच के अंतर के बारे में जानकारी देने जा रहें हैं।
1जी नेटवर्क:
यह मोबाइल नेटवर्क की सबसे पहली पीढ़ी थी जिसकी शुरूआत 1981 में हुई। 1जी नेटवर्क के माध्यम से केवल वॉयस कॉलिंग और मैसेजिंग ही की जा सकती थी और यह सर्विस कुछ चुनिंदा क्षेत्रों में ही उपलब्ध थी। यह एनालॉग सिग्नल पर आधारित तकनीक थी, लेकिन इस पर चलने वाले हैंडसेंट काफी भारी हुआ करते थे। 1जी तकनीक में 2.4 केबीपीएस की स्पीड अधिक से अधिक मिलती थी
कमी:-
-लो वॉयस क्वालिटी
-साधारण बैटरी लाइफ
-भारी भरकम फोन
-कम सिक्योर
-लिमिटेड कैपेसिटी
2जी नेटवर्क:
मोबाइल नेटवर्क की दूसरी पीढ़ी 2जी है जो कि जीएसएम पर आधारित है। 2जी की शुरूआत फिनलैंड में 1991 में हुई। इस तकनीक में पहली बार डिजिटल सिग्नल का उपयोग किया गया। इस तकनीक के माध्यम से फोन कॉल के अलावा पिक्चर मैसेज, टेक्स्ट मैसेज और मल्टीमीडिया मैसेज भेजे जाने लगे। इस तकनीक में 1जी के मुकाबले बैटरी की खपत कम होती थी। 2जी तकनीक में डाउनलोड और अपलोड की अधिकतक स्पीड 64केबीपीएस थी। इसके बाद इसके अडवांस वर्जन 2.5जी और 2.7जी भी बाजार में आए। जिसमें डाटा के आदान-प्रदान की गति पहले से और अधिक हो गई, साथ ही इसमें ईमेल सेंड और रिसीविंग के अलावा वेब ब्राउजिंग की सुविधा भी उपलब्ध हुई।
लाभ:-
-टेक्स्ट मैसेज, पिक्चर मैसेज और एमएमएस सर्विस
-बेहतर क्वालिटी और क्षमता
कमी:-
-वीडियो कॉलिंग और वीडियो स्ट्रीमिंग में परेशानी।
3जी नेटवर्क:
मोबाइल नेटवर्क तकनीक तीसरी पीढ़ी 3जी है जो सन 1998 में पहली बार टेस्ट की गई। इसमें डाटा की स्पीड बढ़कर 384केबीपीएस से 2एमबीपीएस के बीच हो गई। 3जी में वॉयस कॉल के साथ ही वीडियो कॉल की भी सुविधा उपलब्ध हुई। वहीं इसमें फाइल ट्रांसफर, इंटरनेट, आॅनलाइन टीवी, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, 3डी गेमिंग और ईमेल सेंड-रिसीव जैसे फीचर शामिल हैं। 3जी तकनीक में अधिकतक डाउनलोड स्पीड 21MBPS और अपलोड स्पीड 5.7MBPS है।
लाभ:-
-सिक्योरिटी और उच्च वेब स्पीड
-वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
-टीवी स्ट्रीमिंग
कमी:-
-3जी लाइसेंस सर्विस के लिए मंहगी फीस
-उच्च बैंडबिथ की आवश्यकता
-मंहगे 3जी फोन
4जी नेटवर्क:
4जी तकनीक की शुरूआत साल 2007 में हुई लेकिन उस वक्त यह वाईमैक्स नेटवर्क पर टेस्ट किया गया था। वर्ष 2008 में 4जी की एलटीई तकनीक ने दस्तक दिए। 4जी मोबाइल तकनीक के माध्यमम से 100MBPS से लेकर 1GBPS की स्पीड से डाटा डाउनलोड और अपलोड किया जा सकता है। इसमें एक सामान्य मूवी कुछ ही सेकेंड में डाउनलोड हो जाती है। यह तकनीक ग्लोबल रोमिंग को सपोर्ट करती है और इसमें सिक्योरिटी फीचर्स भी अधिक हैं। 4जी तकनीक की सबसे बड़ी खूबी है कि यह खराब से खराब नेटवर्क पर भी कम से कम 54MBPS की स्पीड देती है।
लाभ:-
-मोबाइल मल्टीमीडिया
-ग्लोबल मोबिलिटी सपोर्ट
-हाई स्पीड
कमियां:-
-बैटरी की अधिक खपत
5जी नेटवर्क:
यह मोबाइल नेटवर्क की सबसे आधुनिक तकनीक है। पिछले साल साउथ कोरिया में 5जी तकनीक की टेस्टिंग की गई है। इस तकनीक के लिमिटेशन लगभग न के बराबर ही हैं। इस तकनीक में बड़ें पैमाने पर डाटा को सेंड और रिसीव किया जा सकता है। 5जी तकनीक की अधिकतक स्पीड अभी तक तय नहीं की गई क्योंकि अभी 5जी पर कार्य चल रहा है और उम्मीद है कि यह तकनीक 2020 तक उपयोग में आनी शुरू होगी।
लाभ:-
-मल्टीमीडिया न्यूजपेपर
-एचडी क्वालिटी टीवी प्रोग्राम
-पिछली जेनरेशन के बजाय तीव्र डाटा ट्रांसमिशन
-आॅडियो और वीडियो कॉलिंग में क्लैरिटी