Facebook के लिए खराब रहा साल 2018, यूजर प्राइवेसी को लेकर हुई खूब आलोचना

12/31/2018 11:15:05 AM

गैजेट डेस्क- सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक का इस्तेमाल दुनियाभर में बड़ी तादाद में किया जाता है और फरवरी 2004 में शुरू हुई यह साइट आज दुनिया की सबसे बड़ी सोशल नेटवर्किंग कंपनी बन गई है। अपने यूजर्स को और बेहतर सुविधा देने के लिए कंपनी समय- समय पर नए- नए फीचर्स जारी करती है और लगभग सभी यूजर्स द्वारा इसे पसंद भी किया जाता है।

इस साल यानी 2018 में कंपनी अपने 14 साल के इतिहास में सबसे खराब दौर में से गुजरी है। इस साल कंपनी को यूजर्स का डाटा शेयर करना, यूजर्स की प्राइवेसी से समझौता करना, कैंब्रिज एनालिटिका डाटा विवाद और बग से अकाउंट प्रभावित होने जैसे कई विवादों का सामना करना पड़ा है। जिसके बाद कंपनी को दुनियाभर में आलोचनाओ को झेलना पड़ा। इसके अलावा मार्क जकरबर्ग से मतभेद के चलते कई बड़े अधिकारियों ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया। आज हम आपको इस रिपोर्ट के जरिए 2018 में फेसबुक से जुड़े विवादों के बारे में बताने जा रहे हैं। जानते हैं इनके बारे में...

कैंब्रिज एनालिटिका सकैंडल

ब्रिटिश पॉलिटिकल कंसल्टेंसी फर्म कैंब्रिज एनालिटिका पर 8.7 करोड़ फेसबुक यूजर्स का डाटा चोरी होने का आरोप लगा और फेसबुक ने भी इस बात को माना। इस डाटा का इस्तेमाल 2016 के अमरीकी राष्ट्रपति चुनावों में डोनाल्ड ट्रंप को जिताने के लिए किया गया। कैंब्रिज एनालिटिका विवाद के चलते  फेसबुक को काफी नुकसान हुआ और अमरीकी सीनेटर के सामने मार्क जकरबर्ग को माफी मांगनी पड़ी।

बग से प्रभावित हुए यूजर्स

इस साल दिसंबर में कंपनी ने ब्लॉग पोस्ट कर बताया कि, एक बग की वजह से 1500 थर्ड पार्टी डेवलपर्स को यूजर्स की प्राइवेट फोटो को एक्सेस करने की अनुमति मिल गई। बग की वजह से 68 लाख अकाउंट्स प्रभावित हुए थे। फेसबुक के मुताबिक, 13 सितंबर से 25 सितंबर तक इन 12 दिनों में 68 लाख अकाउंट्स की प्राइवेट फोटो को एक्सेस किया गया। जिससे कंपनी को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।

कंपनियों के साथ शेयर किया गया यूजर्स का डाटा 

हाल ही में न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि, फेसबुक ने अपने यूजर्स का डाटा 150 से ज्यादा कंपनियों के साथ शेयर किया है। इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि, फेसबुक ने नेटफ्लिक्स और स्पॉटिफाई को यूजर्स के निजी मैसेज पढ़ने की इजाजत दी हुई है। वहीं अमेजन को भी इसने बिना यूजर की अनुमति के उनके कॉन्टेक्ट डिटेल्स को एक्सेस करने की अनुमति दी है।   

सिक्योरिटी फीचर में खामी
फेसबुक के 'व्यू एज' फीचर में खामी की वजह से हैकर्स ने 'एक्सेस टोकन' चुराकर यूजर्स का डाटा हैक किया। एक्सेस टोकन एक तरह की डिजिटल-की (Degital Key) होती है, जिसकी मदद से यूजर्स एक डिवाइस में हमेशा लॉग-इन रहता है। उसे बार-बार यूजरनेम और पासवर्ड नहीं देना पड़ता।

फेसबुक के अपने कर्मचारी भी हुए नाखुश

फेसबुक में कई तरह के विवादों और मार्क जकरबर्ग से मतभेद के चलते कई बड़े अधिकारियों ने कंपनी से इस्तीफा दे दिया। जिसमें सबसे पहले व्हाट्सएप के को-फाउंडर जेन कूम ने कंपनी छोड़ी। उनके अलावा इंस्टाग्राम के फाउंडर रहे केविन सिस्ट्रोम और माइक क्रीगर ने भी मार्क जकरबर्ग से मतभेद के चलते अपने पद से इस्तीफा दे दिया। यानी कुल मिलाकर कह सकते हैं कि साल 2018 फेसबुक के लिए विवादों से भरा रहा और कंपनी को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में कंपनी अपने मौजूदा विवादों से उभरते हुए यूजर्स को बेहतर सुविधा देने की कोशिश करेगी।  

Jeevan