UK में शुरू हुई दुनिया की पहली सोलर पावर्ड रेल लाइन

8/25/2019 4:54:39 PM

गैजेट डैस्क : यूनाइटेड किंगडम में अब कुछ ट्रेनें ऐसी रेल लाइन पर काम करेंगी जोकि पूरी तरह से सौर फार्म द्वारा संचालित होगी। सौर उर्जा से पैदा हुई बिजली से इन ट्रेनों को पावर मिलेगी और वे रोजमर्रा की जिंदगी में मुसाफिरों को सफर तय करवाएंगी। इलैक्ट्रिक ट्रेन्स की बिजली की आपूर्ति के लिए ट्रैक के साथ सोलर फार्म बनाया गया है जो बिजली पैदा करने के अलावा उसे स्टोर भी करेगा जिससे ट्रेन्स काम करेंगी। 

सोलर फार्म में लगे 100 पैनल्स

रेल लाइन्स के साथ बनाए गए सोलर फार्म में राइडिंग सनबीम्स (Riding Sunbeams) कम्पनी द्वारा 100 सोलर पैनल्स लगाए गए हैं जो ट्रेन को बिजली देने के अलावा ट्रैक पर लगी लाइट्स और सिग्नल्स को भी पावर देंगे। 

  • इस सर्विस को सबसे पहले यूनाइटेड किंगडम के देश इंगलैंड के एक टाउन एल्डरशोट (Aldershot) में शुरू किया गया है। माना जा रहा है कि इस सर्विस के शुरू होने के बाद यूनाइटेड किंगडम में इसे और बढ़ावा मिलेगा। 

सबसे पहले सौर ऊर्जा पर चलाए गए थे रेल्वे स्टेशन्स

आपको बता दें कि रेल लाइन्स को सोलर पावर पर करने का काम रेल्वे स्टेशनों से शुरू हुआ था। सबसे पहले यूनाइटेड किंगडम के कुछ रेलवे स्टेशनों को सोलर पावर की मदद से ऑपरेट किया गया, जिसके बाद यह प्रक्रिया आगे बढ़ी। 

पैसों की हुई बचत

रेलवे स्टेशनों को सोलर पावर पर चलाने पर सरकार को कई बिलियन पाउंड्स की बचत हुई जिसके बाद इस योजना को आगे बढ़ाया गया और अब तो इससे इलैक्ट्रिक ट्रेन्स को भी संचालित कर दिया गया है।

UK की सरकार ने लिया अहम फैसला

बढ़ रहे प्रदूषण की समस्या को देखते हुए UK की सरकार ने रेल्वे लाइन्स को सोलर पावर पर करने के अलावा एक और अहम फैसला लिया है। सरकार ने लक्ष्य रखा है कि वर्ष 2040 तक सभी रेल लाइन्स पर डीजल से चलने वाले इंजन्स को रोक दिया जाएगा और बिजली से काम करने वाले इंजन्स ही उपयोग होंगे। 

भारत की भी है सोलर फार्म स्थापित करने की योजना

आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत में 250 से ज्यादा ट्रेन्स काम कर रही हैं जिनकी छतों के उपर सोलर पैनल लगे हैं। भारत की भी ट्रैक के साथ सोलर फार्म स्थापित करने की योजना है और उम्मीद है कि 10 वर्षों में भारत पहला पूर्णतः ग्रीन रेलवे नेटवर्क बनेगा।
 

Hitesh