दुनिया को साइबर अटैक की वजह से हुआ 3,222 अरब रुपये का नुकसान

9/1/2019 5:43:07 PM

गैजेट डेस्क : डिजिटलीकरण के दौर में साइबर अटैक्स का खतरा भी लगातार बढ़ता जा रहा है। आज इंटरनेट की मदद से हैकर्स लोगों की निजी जानकारी , डेटा और पैसे तक हैक कर ले रह। हैकिंग अटैक का प्रारूप भी इंटरनेट पर ही निर्भर करता है जिससे ऑनलाइन रहने वाले लोगों पर सबसे पहले इसका शिकार होने की सम्भावना रहती है। इससे सबसे ज़्यादा नुक्सान बैंकिंग सेक्टर को होगा जिसके चलते ग्राहकों के पैसे हैकर्स के हाथो में जा सकते हैं। अब इसी को लेकर एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है जिससे सभी "फाइनेंशियल हैकिंग" की समस्या के रडार पर हैं। 

 

फाइनेंशियल हैकिंग अटैक से भारत को कितना नुकसान ?

 


एक हालिया न्यूज़ रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि साल 2018 में करीब 20 लाख साइबर अटैक्स हुए जिससे वजह से भारत को  3,222 अरब रुपये का भारी नुकसान झेलना पड़ा है। 

 

साइबर हमले भी कई तरीकों से किए जा रहे हैं, जिनमें रैंसमवेयर मेथड सबसे ऊपर है। आईटी कंपनी सिस्को ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट में कहा कि 2018-19 में भारत में बैंकिंग और वित्त, प्रशासन और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के क्षेत्रों में सबसे अधिक साइबर हमले हुए हैं। इन हमलों का शिकार प्रत्येक कंपनी को लगभग 35 करोड़ का नुकसान हुआ है।


इंटरनेट सोसायटी के ऑनलाइन ट्रस्ट एलायंस (ओटीए) ने हाल ही में एक साइबर घटना और ब्रीच ट्रेंड रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हैकर्स सबसे अधिक रैंसमवेयर अटैक्स करते हैं और रैंसमवेयर हमले ने वित्तीय क्षेत्र को 60% तक नुकसान पहुंचाया है। वहीं, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि सप्लाई चेन अटैक, बिजनेस ईमेल समझौता, फर्जी ईमेल, फिशिंग अटैक और क्लाउड अटैक सबसे ज्यादा रहे हैं। 

Edited By

Harsh Pandey