आखिर सिलिकॉन वैली में क्या है ऐसा, जो दुनिया के सभी बड़े स्टार्टअप्स यहीं पर हैं
2/10/2022 5:57:49 PM
गैजेट डेस्क: इंटरनेट, स्मार्टफोन से लेकर दुनिया के बेहतरीन गैजेट्स ने हमारे काम को काफी आसान बना दिया है। इसी वजह से आज के युग को डिजिटल और तकनीक का दौर कहा जा रहा है। टेक्नोलॉजी ने पिछले कुछ समय से पूरी दुनिया को बदल दिया है। गैजेट्स ने हमारे रोजमर्रा के काम को काफी आसान बना दिया है। इन बदलावों को कई बेहतरीन स्टार्टअप्स द्वारा लाया गया है। इनमें से मुख्य स्टार्टअप्स सिलिकॉन वैली में मौजूद हैं। दुनिया भर की बड़ी टेक जायंट कंपनियों (गूगल, फेसबुक, इंटेल, ओरेकोल, एपल) के हेड ऑफिस सिलिकॉन वैली में हैं। इसके अलावा नई आईटी सेक्टर से जुड़ी 30 हजार से ज्यादा छोटी कंपनियां यहीं पर हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर ऐसा क्यों है कि सिलिकॉन वैली में ही दुनिया के बड़े स्टार्टअप्स मौजूद हैं।
सिलिकॉन वैली की सबसे बड़ी खास बात यह है कि सिलिकॉन वैली में जितने भी स्टार्टअप्स हैं ये बड़े पैमाने पर सफल हुए हैं। इसके पीछे की बड़ी वजह यह है कि स्टार्टअप्स को ग्रो होने के लिए यहां पर पूरा इकोसिस्टम मिलता है। यह वहीं जगह है जहां बेहतरीन माइंडसेट वाले बिलियनेयर रहते हैं। उन्हें जब कोई स्टार्टअप पसंद आता है, तो वे उसमें बिना देर किए निवेश कर देते हैं। इस कारण इन्वेस्टमेंट मिलने पर स्टार्टअप्स को फलने फूलने का पूरा मौका मिलता है।
सिलिकॉन वैली में 24 घंटे बिजली, सस्ता इंटरनेट और कई तरह की विशेष सुविधाएं स्टार्टअप्स को मिलती हैं। इस कारण सिलिकॉन वैली में शुरू हुए स्टार्टअप्स को जल्द ही मार्केट में बड़ा बाजार मिल जाता है और देखते ही देखते कंपनी एक बड़ा मुकाम पा लेती है।
थिंक टैंक ज्वाइंट वैंचर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक
इस समय सिलिकॉन वैली में 29.7 लाख लोग रह रहे हैं। यहां काम करने वाले लोगों की औसतन सालाना सैलरी 1,16,033 डॉलर है। अगर भारतीय रुपयों में देखें तो यह 6.38 लाख रुपये बनती है। कर्मचारियों को यहां कई तरह की विशेष सुविधाएं भी दी जाती हैं। दुनिया भर के बेहतरीन टैलेंट सिलिकॉन वैली में आकर काम करते हैं। इन्हीं वजहों के कारण सिलिकॉन वैली में दुनिया के बड़े स्टार्टअप्स शुरू होते हैं।