WHO ने फिर दी हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के ट्रायल को इजाजत

6/4/2020 6:10:55 PM

गैजेट डैस्क: वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने कोरोना वायरस के इलाज के लिए जारी Solidarity Trial में हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन (HCQ) के ट्रायल को शुरू करने की इजाजत दी है। आपको बता दें कि पिछले हफ्ते सुरक्षा का हवाला देते हुए इस ट्रायल पर रोक लगा दी गई थी, क्योंकि एक रिपोर्ट में कहा गया था कि हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन से कोरोना वायरस के इलाज में फायदा मिलने का कोई सबूत नहीं है।

आपको बता दें कि साधारणतया हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन का इस्तेमाल मलेरिया के इलाज के लिए किया जाता है। इस दवा का उत्पादन भारत में ही सबसे ज्याया होता है। पिछले महीने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अपील पर भारत ने इस पर से निर्यात का बैन हटा लिया था।

भारत ने WHO को लिखी ईमेल

भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने WHO से शिकायत करते हुए कहा कि "उन्होंने कोई भी फैसला लेने से पहले आर्युविज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) से बात करने की भी कोशिश नहीं की। इस ईमेल में कहा गया कि उन्होंने ICMR से संपर्क क्यों नहीं किया जो भारत में हाइड्रोक्सिक्लोरोक्वीन पर ट्रायल की अगुवाई कर रहा है।

आपको बता दें कि ICMR के महानिदेशक (डीजी) डॉ. बलराम भार्गव ने स्पष्ट करते हुए कहा है कि भारत में कोविड-19 से बचाव के मकसद से हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के इस्तेमाल को लेकर अब तक के परीक्षण में किसी भी तरह के दुष्प्रभाव के सबूत नहीं सामने आए हैं जबकि इससे फायदा जरूर हुआ है।

 

 

Hitesh