जानें क्या होती है मेटावर्स तकनीक और कैसे करती है काम, फेसबुक में होने जा रहे ये बड़े बदलाव

10/29/2021 12:35:40 PM

गैजेट डेस्क: मार्क जुकरबर्ग ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफोर्म के नए नाम का ऐलान कर दिया है। अब इस सोशल मीडिया कंपनी को Meta नाम से जाना जाएगा। जानकारी के लिए बता दें कि फेसबुक ने अपने प्लेटफोर्म में अब Metaverse तकनीक को शामिल कर दिया है। मेटावर्स तकनीक एक अलग ही दुनिया है जो कि पूरी तरह से इंटरनेट पर निर्भर करती है। मेटावर्स के लिए फेसबुक लगातार काफी समय से निवेश भी कर रही थी।
आज हम इसी नई तकनीक के बारे में आपको जानकारी देने वाले हैं...

  • सबसे पहली बात जो जानने वाली है वो यह है कि कंपनी की सिर्फ ब्रांडिंग बदली है यानी फेसबुक कंपनी को अब मेटा (Meta) के नाम से जाना जाएगा।
  • कंपनी के हेडक्वॉटर पर फेसबुक की जगह मेटा लिखा जाएगा।
  • फेसबुक ऐप का नाम नहीं बदलेगा और ना ही इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और फेसबुक मैसेंजर का नाम बदलेगा।
  • 1 दिसंबर से कंपनी के स्टॉक का स्टिकर MVRS के नाम से हो जाएगा।
  • कंपनी के हेडक्वॉटर में अब नए लोगो ने जगह ले ली है जो कि इनफिनिटी जैसा है।

आपको बता दें कि मार्क जुकरबर्ग ने मेटावर्स को एक वर्चुअल एनवायरमेंट (आभासी वातावरण) कहा है। आप सिर्फ एक स्क्रीन के माध्यम से अलग दुनिया में जा सकते हैं जहां आप लोगों से वर्चुअल रियलिटी हेडसेट, आग्युमेंट रियलिटी चश्में, स्मार्टफोन ऐप आदि के जरिए जुड़ सकेंगे। जुकरबर्ग ने कहा है कि मेटावर्स टेक्नोलॉजी के जरिए लाखों लोगों को नौकरी मिलेगी।

मेटावर्स तकनीक क्या है
मेटावर्स एक बहुत ही पुराना शब्द है हालांकि यह अब अचानक से चर्चा में आया है। 1992 में नील स्टीफेंसन ने मेटावर्स का मतलब बताया था जोकि एक ऐसी दुनिया से है जिसमें लोग डिजिटल दुनिया वाले गैजेट जैसे कि हेडफोन और वर्चुअल रियलिटी की मदद से आपस में कनेक्ट होते हैं। मेटावर्स का इस्तेमाल पहले से गेमिंग के लिए हो रहा है। मेटावर्स इंटरनेट की एक नई दुनिया है जहां लोग उपस्थित ना होते हुए भी मौजूद रहेंगे।

 


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Content Editor

Hitesh

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