सस्ता स्मार्टफोन खरीदना पड़ रहा महंगा, नए सील्ड बॉक्स फोन में मौजूद है Malware

5/28/2018 2:58:39 PM

- बजट स्मार्टफोन खरीदने से पहले पढ़ें ये पूरी ख़बर

जालंधर : ज्यादा तर लोग बजट एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स को खरीदना काफी पसंद करते हैं क्योंकि इनसे जरूरत पूरी हो जाती है व पैसों की भी बचत होती है। लेकिन अब ये सस्ते स्मार्टफोन्स यूजर्स को काफी महंगे पड़ने लगे हैं। नए सील्ड बोक्स स्मार्टफोन्स में कम्पनी से ही इनबिल्ट मालवेयर आ रहा है जिससे सैकड़ों यूजर्स प्रभावित हो गए हैं। मालवेयर स्मार्टफोन के डिफाल्ट ब्राउज़र में ऐड्स दिखा रहा है जिससे यूजर्स को सर्फिंग करने में काफी परेशानी हो रही है। 

 

ऐड्स दिखाने वाले इस मालवेयर का नाम कोसिलून (Cosiloon) है जिसका सबसे पहले पता साइबर सिक्योरिटी फर्म अवास्त ने लगाया है। अवास्त ने पिछले महीने बताया था कि कोसिलून से करीब 18,000 डिवाइसिस प्रभावित हैं लेकिन अब जब लोग खुद इस समस्या की चपेट में आए हैं तो उन्होंने शिकायतों की झड़ी लगा दी है। 

 

इन देशों में सामने आई ये समस्या

सिक्योरिटी एक्सपर्ट का कहना है कि यह समस्या यूनाइटेड किंगडम, अमरीका, जर्मनी, इटली और रशिया में देखी गई है। यहां सैकड़ों लोग बजट स्मार्टफोन को खरीदने के बाद एेड्स दिखने की समस्या से जूझ रहे हैं।

 

इस तरह लोगों तक खरतनाक एप्स पहुंचा रहा मालवेयर

कोसिलून मालवेयर स्मार्टफोन की स्क्रीन को मानीटर करता है और फोन के डिफाल्ट ब्राउज़र में वैबपेज को ओपन करते समय ब्राउज़क में ऐड्स दिखाना शुरू कर देता है। इन ऐड्स में अन्य खतरनाक एप्स के लिंक को दिखाया गया है और उन्हें डाऊनलोड करने को कहा जा रहा है। इससे आपके स्मार्टफोन में अन्य खतरनाक एप्स आसानी से पहुंच जाती हैं। 

 

गूगल तक पहुंचाई गई जानकारी

अवास्त ने बताया है कि उन्होंने इस मालवेयर का पता लगने के बाद गूगल तक पहुंच बनाई तो उन्हें पता चला कि गूगल ने भी इन समस्याओं को लेकर कई एप्स व डिवाइस मॉडल्स पर सख्त कदम उठाए हैं। गूगल ने कहा है कि वे लगातार ऐसी समस्याओं का समाधान निकालने में लगी हुई है। 

 

ज्यादा तर डिवाइसिस नहीं हैं गूगल सर्टिफाइड

रिपोर्ट के मुताबिक यह समस्याएं सिर्फ बजट स्मार्टफोन्स में ही देखी गई हैं और इनमें से ज्यादा तर डिवाइसिस गूगल से सर्टिफाइड भी नहीं हैं। मालवेयर से प्रभावित डिवाइसिस में Archos, ZTE और Pretigio जैसे ब्रॉड शामिल हैं। 

 

मालवेयर से कम कीमत टैबलेट भी हुए प्रभावित

अवास्त ने कहा है कि इस मालवेयर से प्रभावित डिवाइसिस मीडियाटैक के चिपसैट को स्पोर्ट कर रही हैं और इनमें कम कीमत टैबलेट्स भी शामिल हैं। इन डिवाइसिस को ठीक कर पाना मुश्किल है क्योंकि मालवेयर की समस्या चिपसैट में से ही आ रही है। 

 

डिवाइसिस में मौजूद है ये एंड्रॉयड वर्जन

रिसर्चर्स ने बताया है कि एंड्रॉयड 4.2 वर्जन से लेकर एंड्रॉयड 6.0 वर्जन को सपोर्ट करने वाली डिवाइसिस इस समस्या से प्रभावित हैं। वहीं गूगल भी इस समस्या के आने के बाद लगातार गूगल प्ले स्टोर को सुरक्षित करने पर कदम उठा रही है। 

Punjab Kesari