Truecaller कंपनी ने कहा : टेक्निकल बग के कारण हुए इतने भारतीय यूज़र्स प्रभावित

8/6/2019 6:47:58 PM

गैजेट डेस्क : पिछले दिनों कॉलर आईडी ऐप Truecaller को सोशल मीडिया पर भारतीय यूज़र्स की तीखी प्रतक्रिया का सामना करना पड़ा था। इसके पीछे कारण था उसकी पेमेंट सर्विस में आया बग जिसकी वजह से यूज़र्स की इजाज़त के बिना उनका UPI रजिस्ट्रेशन हो जा रहा है। हालाँकि कंपनी ने ऐप अपडेट करके इस टेक्निकल बग को फिक्स कर लिया था लेकिन लोगों ने सोशल मीडिया पर उसके खिलाफ ख़राब रिव्यू और अनइंस्टाल कैंपेन शुरू कर दिया था। 


क्या था Truecaller बग ?

 


इस बग ने एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम वाले स्मार्टफोन्स पर Truecaller उपयोगकर्ताओं को प्रभावित किया जिन्होंने ऐप के लेटेस्ट वर्जन को अपडेट किया था। उपयोगकर्ताओं को एक एसएमएस के माध्यम से पता चला कि यूपीआई के लिए उनका रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है। अंतिम चरण के लिए उपयोगकर्ता को UPI पिन दर्ज करने की आवश्यकता होती है इसलिए यह प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई। इसके बाद Truecaller यूजर्स ट्विटर और गूगल प्ले स्टोर पर शिकायत लेकर गए सामने आ गए थे। सोशल मीडिया पर यूज़र्स ने NCPI तक को टैग करते हुए कार्यवाही की मांग कर डाली और अपने-अपने वाकये बताये। 


कंपनी ने ई-मेल के ज़रिये बताई पूरी बात 

 

 

 

 

 

अब इतने दिनों के बाद कंपनी ने पूरे मामले को रिव्यू करने के बाद एक आधिकारिक ई-मेल ज़ारी कर बताया है कि कैसे इस बग ने कैसे लोगों को प्रभावित किया। कंपनी ने कहा कि रजिस्टर्ड Truecaller pay यूज़र्स के लिए एप्लीकेशन प्रोग्राम इंटरफ़ेस (API) ने उन लोगों को प्रभावित किया था जो अभी तक पेमेंट सर्विस पर जुड़े थे। 

 

"इसके परिणाम के रूप में पेमेंटबैकएंड ने एक एरर कोड के साथ जवाब दिया कि यह सिग्नल करने के लिए यूज़र्स के पास अपर्याप्त क्रेडेंशियल्स हैं जो कि इस बग एसएमएस संदेश के बारे में था। सामान्य परिस्थितियों में यह कार्रवाई का सही तरीका होगा, क्योंकि यह एरर केवल पहले से रजिस्टर्ड यूज़र्स के लिए हुई रहा होगा। यह एक क्रेडेंशियल रिफ्रेश है, जो अंत में यूपीआई रजिस्ट्रेशन को अनजाने में ट्रिगर करने का कारण बना।" 

 

Truecaller ने कहा कि भारत में 0.12% उपयोगकर्ता Truecaller पे बग से प्रभावित थे। इस बग के वक़्त क्रिएट किए गए Truecaller खातों को भी घटना का पता चलने के बाद जल्द ही हटा दिया गया था। कंपनी ने आगे बताया कि चूंकि UPI सेटअप पूरा नहीं हुआ था, इसलिए यूज़र्स का कोई डेटा या फाइनेंसियल क्रेडेंशियल प्रभावित नहीं हुआ था। टेक्निकल बग के सामने आने के बाद Truecaller ने बग को फिक्स कर दिया और ऐप के लिए अपडेट भी प्रोवाइड करवा दिया। 

Edited By

Harsh Pandey