काला मोतिया का इलाज करने के काम आएगी स्मार्ट ड्रेनिंग डिवाइस

11/13/2018 10:36:31 AM

- पुरानी टेक्नोलॉजी से कहीं ज्यादा बेहतर है नई तकनीक


गैजेट डेस्क : ‘ग्लूकोमा’ यानी ‘काला मोतिया’ को आंखों की सबसे भयानक बीमारियों में से एक माना जाता है। दुनिया भर में अंधेपन के प्रमुख कारणों में से एक यह बीमारी है, लेकिन अब वैज्ञानिकों ने ऐसी स्मार्ट डिवाइस तैयार की है, जो ग्लूकोमा के मरीजों की दृष्टि को ठीक बनाए रखने में मदद करेगी। अमेरिका में स्थित परड्यू यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर योवोन ली ने बताया है कि हमने ऐसी ड्रेनिंग डिवाइस को तैयार कर लिया है, जो इस परेशानी का मुकाबला करने में सक्षम है। यह स्मार्ट डिवाइस आंख के अंदर कंपन पैदा करती है, जिससे आंख से बहने वाले पानी को कम किया जा सकता है। यह तकनीक ज्यादा सुरक्षित और कारगर है।

डिवाइस की कार्यप्रणाली
नई तकनीक के जरिए इलाज करने पर मरीज की आंखों में एक छोटा-सा कट लगाकर आंख के अंदर नली डाली जाएगी, जिससे अंदर जमे लिक्विड को खींचकर बाहर निकाला जा सकेगा। लेकिन इस दौरान ग्लूकोमा बीमारी गंभीर स्तर तक नहीं पहुंची होनी चाहिए।

क्या है ग्लूकोमा बीमारी 

आंख में प्रवाहित होने वाले लिक्विड असंतुलित होकर दबाव में आंख की तंत्रिकाओं पर प्रभाव डालने लगते हैं, इसे ही ग्लूकोमा कहते हैं। शुरुआती स्तर पर इसके लक्षण दिखाई नहीं देते, लेकिन जब तक इसके लक्षण समझ में आते हैं, तब तक आंखों को बहुत नुकसान पहुंच चुका होता है। इसकी अंतिम अवस्था में एकमात्र इलाज ऑपरेशन ही रह जाता है। 

गंभीर स्थिति में Trabeculectomy सर्जरी 

बता दें कि Trabeculectomy सर्जरी के जरिए भी ग्लूकोमा का इलाज किया जाता है, हालांकि यह सर्जरी बहुत गंभीर स्थिति में ही की जाती है। फिलहाल, इस स्मार्ट ड्रेनिंग डिवाइस को कब तक बाजार में लाया जाएगा, इसकी कोई जानकारी सामने नहीं आई है।

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