यूएस राष्ट्रपति इलेक्शन 2020 के दौरान रैनसमवेयर अटैक से लड़ने के लिए देश की एजेंसियो ने की तैयारी

9/22/2019 1:32:18 PM

गैजेट डेस्क : अमेरिकी सरकार 2020 के राष्ट्रपति चुनावों में किसी भी तरह के हस्तक्षेप से बचने के लिए कदम उठा रही है। सरकारी एजेंसियो ने रैनसमवेयर अटैक से लड़ने के लिए तैयारी शुरू कर दी है जिसके तहत एक कार्यक्रम शुरू किया जायेगा जिससे वोटर रजिस्ट्रेशन डेटाबेस डेटाबेस को सिक्योर किया जा सकेगा। 

 


इस देश के कथित साइबर अटैक के डेंजर को देखते हुए अमेरिका अलर्ट मोड में 

 

 

रूसी हैकरों द्वारा 2016 में वोटर रजिस्ट्रेशन डेटाबेस में कथित तौर पर छेड़छाड़ की गई थी। उसी तरह के कथित रैनसमवेयर अटैक की सम्भावना को देखते हुए अमेरिकी खुफिया अधिकारी डेटा हेरफेर, व्यवधान, या यहां तक कि मतदाता पंजीकरण डेटा के डिलीट  होने के जोखिम के बारे में चिंतित हैं।

 

इस साइबर सिक्योरिटी प्रोग्राम के द्वारा, CISA (Cybersecurity Infrastructure Security Agency) का उद्देश्य राज्य निर्वाचन अधिकारियों से संपर्क करना है ताकि वे जागरूकता बढ़ा सकें और उन्हें ऐसे रैंसमवेयर हमलों के लिए तैयार कर सकें जिनमें एजुकेशनल कंटेंट शेयर करना, कंप्यूटर पेनेट्रेशन टेस्ट करना और वल्नेरेबिलिटी स्कैन्स करना शामिल है।

 

 

इस प्रोग्राम में रैंसमवेयर हमले के बाद कंप्यूटर सिस्टम को इस अटैक से रोकने और रिकवर करने के उपायों की एक सूची भी है। हालांकि, यह स्पष्ट रूप से उल्लेख नहीं करता है कि इस रैनसमवेयर अटैक के शिकार लोगों को फिरौती की रकम का भुगतान सिस्टम तक पहुंच प्राप्त करने के लिए करना चाहिए या ऐसा करने से इनकार करना चाहिए।

Edited By

Harsh Pandey