भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर को टेक्नोलॉजी दे रही नई रफ्तार, इन नए फीचर्स के साथ आएंगी भविष्य की कारें

1/24/2021 12:36:34 PM

ऑटो डैस्क: समय के साथ-साथ ऑटोमोबाइल सेक्टर में नई तकनीक को पसंद किया जाने लगा है और 21वीं सदी में टेक्नोलॉजी ऑटोमोबाइल सेक्टर का नेतृत्व कर रही है। इस सेक्टर से जुड़े लाखों लोग हर साल नई-नई तकनीक इजाद करते हैं और यह सफर लगातार जारी है। आने वाले समय में आपको कारों में बहुत से नए ट्रेंड देखने के लिए मिलेंगे, आइए जानते हैं...

भारत है दुनिया भर में चौथे नंबर का बाजार

ऑटोमोबाइल सेक्टर में भारत हर साल 9.5 फीसदी की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है और अब तो यह दुनिया में चौथे नंबर पर पहुंच चुका है। भारत में मध्य वर्ग की आय में बढ़ोतरी होने से ऑटोमोबाइल सेक्टर को कई नए ग्राहक मिले हैं। इसके अलावा सरकार के 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर' जैसे प्रयासों से इस सेक्टर को नई उड़ान मिली है। सरकार ने इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर जीएसटी की दर को 12 से घटा कर 5 फीसदी कर दिया है जिससे इलेक्ट्रिक गाड़ियों को बढ़ावा मिल रहा है।

कनेक्टिविटी और ई-मोबिलिटी

वर्ष 2019 ने ऑटोमोबाइल सेक्टर को कनेक्टिंग कार टेक्नोलॉजी दी है और अब इसे और बेहतर बनाया जा रहा है। इसकी मदद से भविष्य में सभी वाहन एप्स और डिवाइसिस की मदद से काम करेंगे। इस साल लॉन्च होने वाली ज्यादा तर कारें कनेक्टिंग टेक्नोलॉजी से लैस होंगी।

चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को मिलेगा बढ़ावा

सरकार ने टारगेट रखा है कि देश में वर्ष 2030 तक ईंधन पर काम करने वाले वाहनों की बिक्री बंद हो जाए और केवल इलेक्ट्रिक गाड़ियां ही सड़कों पर दौड़ें। हालांकि अभी देश का आधारभूत ढांचा इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए अनुकूल नहीं हैं, लेकिन सरकार के प्रयासों से चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने की तैयारी हो रही है।

मशीन लर्निंग और AI

अभी कारों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग के इस्तेमाल को लेकर मंथन जारी है। माना जा रहा है कि इन नई टेक्नोलॉजी के आने से गाड़ियों के बहुत से फंक्शन ऑटोमैटिक काम करेंगे। इस तकनीक के जरिए कार मालिक चुटकियों में अपनी कार के इंजन का स्टेटस, तापमान आदि जान पाएगा, जिससे किसी भी तरह की दिक्कत आने से पहले ही इसके बारे में पता चल जाएगा।

कारों में आएगा नया इंटरफेस

यूजर्स के एक्सपीरिएंस को बेहतर बनाने के लिए गूगल पहले ही एंड्रॉयड ऑटो को लॉन्च कर चुकी है ताकि यूजर्स कार चलाते हुए भी अपने डिवाइसिस के साथ कनेक्टिड रहें और वॉयस कमांड्स के जरिए कई फंक्शन्स को कंट्रोल कर सकें। कारों के इंफोटेनमेंट सिस्टम में दिए जाने वाले इंटरफेस पर अभी काम जारी है और भविष्य में इसे बहुत ही बेहतरीन बना दिया जाएगा जिससे आपका ड्राइविंग अनुभव और भी बेहतर हो जाएगा।

IoT टेक्नोलॉजी

कारों में आने वाले समय में इंटरनेट ऑफ थिंग्स यानी IoT टेक्नोलॉजी को शामिल किया जाएगा। इसके जरिए इमरजेंसी में सर्विस प्रोवाइडर को पूरी जानकारी एसओएस के जरिए भेजी जा सकेगी, जिससे समय भी बचेगा और वाहन स्वयं ही यह डेटा प्रोवाइडर को भेज देगा।


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Hitesh

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