बिजनैस जैट को मॉडिफाई कर बनाया गया मिलिट्री एयरक्राफ्ट

3/19/2018 11:06:22 AM

11 घंटों तक लगातार करेगा देश की निगरानी

जालंधर : चाहते तो सभी हैं कि दुनिया में हमेशा अमन-शांति बनी रहे लेकिन पड़ोसी देशों से होने वाली घुसपैठ की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। इसी के चलते एक ऐसा मिलिट्री एयरक्राफ्ट बनाया गया है जो हवा, पानी व धरती पर छोटे से छोटे वाहन व व्यक्ति का पता लगाने में सक्षम है। आपको जानकर हैरानी होगी कि असल में यह एक बिजनैस जैट (Bombardier Global Express 6000) है जिसे मॉडिफाइड कर मिलिट्री एयरक्राफ्ट में बदला गया है। तैयार करने के बाद इस पर सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है जिसमें स्वीडन की एयरक्राफ्ट निर्माता कम्पनी Saab को उम्मीद के मुताबिक रिजल्ट्स प्राप्त हुए हैं। कम्पनी ने बताया है कि इसे 11 घंटों तक लगातार देश की निगरानी करने के लिए उपयोग में लाया जा सकता है। 

 

1 घंटा 46 मिनट की उड़ान

इस विमान को स्वीडन के लिंकोपिंग में स्थित कम्पनी के ही एयरफील्ड से उड़ाया गया है और इसने 1 घंटा 46 मिनट की उड़ान को सफलतापूर्वक पूरा किया। इस एयरक्राफ्ट में AEW&C (ग्लोबल आई एयरबोर्न अर्ली वार्निंग और कन्ट्रोल) सिस्टम लगा है जिसने इस दौरान सभी तरह के संवेदनशील डाटा को इकट्ठा किया और इस समय में ही विमान की परफॉर्मैंस को भी जांचा गया। इसके अलावा इस पर हाई और लो स्पीड पर कई तरह के ग्राऊंड टैस्ट भी किए गए।

 

मॉडिफिकेशन से किए गए ये बदलाव

- कैबिन में आने वाले शोर को कम किया गया।
- विंगस्पैन यानी एक पर से दूसरे पर की दूरी को 94 फुट (29 मीटर) से 99 फुट (30 मीटर) तक बढ़ाया गया। 
- रोल्स रोयस द्वारा बनाए गए दो खास BR710 A2-20 टर्बोफैन्स लगाए गए। 

 

बेहतर हुआ विमान

- मॉडिफिकेशन के बाद यह विमान 902 km/h की टॉप स्पीड तक आसानी से पहुंचा।
- इसे अधिकतम 41,000 फुट (लगभग 12,300 मीटर) की ऊंचाई तक उड़ाया गया। 
- छोटे एयरफील्ड लगभग 6,500 फुट (2,000 मीटर) से भी भर सकेगा उड़ान।

 

एक्सटैंडेड रेंज राडार

इस मॉडिफाइड एयरक्राफ्ट में Erieye ER (एक्सटैंडिड रेंज राडार) लगा है जो छोटे से छोटे टार्गेट्स जैसे पानी में चलने वाले जैट्स स्किज व पानी के अंदर से बाहर झांकने वाले पैरीस्कोप्स का भी लम्बी दूरी से पता लगा लेता है। इसमें लम्बी दूरी से टार्गेट को ट्रैक करने वाला अडॉप्टिव AESA राडार सिस्टम व अलग से वाइड एरिया GMTI राडार लगा है जो तस्वीरें क्लिक करके मूविंग ऑब्जैक्ट का पता लगाने के काम आता है।

 

इस देश में सबसे पहले पहुंचेगा यह एयरक्राफ्ट

इसे सबसे पहले यूनाइटेड अरब अमीरात (UAE) की आर्म्ड फोर्सिस तक पहुंचाया जाएगा और वे इसे SRSS (स्विंग रोल सर्विलेंस सिस्टम) के रूप में उपयोग में लाएंगी। 

 

- खोज और बचाव कार्य

इस एयरक्राफ्ट को खोज और बचाव कार्यों में भी उपयोग में लाकर मानवीय जिंदगियों को बचाया जा सकता है।

- सीमा की निगरानी

इसका सबसे ज्यादा उपयोग सीमा पर घुसपैठियों को ट्रैक करने में किया जाएगा। 

- स्पैशल ऑप्रेशन्स

इसका उपयोग स्पैशल मिलिट्री ऑप्रेशन्स के लिए भी किया जाएगा।

 

कम्पनी का बयान

Saab बिजनैस एरिया सर्विलेंस के सीनियर वाइस प्रैजीडैंट और हैड अन्द्रस कार्प ने कहा है कि यह पहली उड़ान इसकी निर्माता टीम के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। हमने विमान को मॉडिफाइड कर मिलिट्री जैट में बदलने का जो वादा किया था उसे पूरा कर दिखाया है। हमने दुनिया का सबसे एडवांस्ड स्विंग रोल सर्विलेंस सिस्टम बनाया है जो देश की सुरक्षा करने में काम आएगा। 

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