5 महीनों में इस वायरस ने बैंकों को लगाया 3.7 मिलियन का चूना

1/14/2019 3:28:31 PM

गैजेट डेस्कः Ryuk रैनसमवेयर ने पांच महीने के भीतर बैंकों को 3.7 मिलियन बिटक्वाइन के बराबर चूना लगा दिया है। क्राउडस्ट्राइक और फायरएयर के शोधकर्ताओं ने अनुमान लगाया है कि इसके जरिए अगस्त से बिटकॉइन में $ 3.7 मिलियन के बराबर अमाउंट निकाल लिया गया है और 52 देनदारियां इसकी जद में आई हैं। Ryuk रैनसमवेयर एक ऐसा वायरस है जो कम्प्यूटर में आ जाने के बाद डाटा को 'इनक्रिप्ट' यानी लॉक कर देता है। यूजर तब तक इसमें मौजूद डाटा तक नहीं पहुंच पाता जब तक कि वह इसे ‘अनलॉक' करने के लिए रैनसम यानी फिरौती नहीं देता।
क्या है यह वायरस
यह मालवेयर ईमेल के जरिए फैलता है और इसमें हैकर्स फिरौती का भुगतान वर्चुअल करंसी बिटक्वाइन के जरिए करने को कहते हैं। 2017 से इस वायरस से दुनिया के 150 देश प्रभावित हैं। इसमें मुख्य रूप से इंग्लैंड, रूस, पुर्तगाल और स्पेन जैसे देश शामिल हैं। इस वायरस का हमला आमतौर पर ट्रिकबोट मालवेयर यानी स्पैम ईमेल के माध्यम से शुरू होता है। सबसे पहले हैकर्स उन महत्वपूर्ण प्रणालियों की खोज करते हैं और Ars Technica के अनुसार अगर ऑर्गनाइजेशन बहुत बड़ा नहीं हो तो उनके सिस्टम्स पर रयूक रैंसमवेयर का हमला कर देता है। 
हैकर्स करते हैं फिरौती के लिए इंतजार

ये हैकर्स फिरौती वसूलने के लिए काफी धैर्य रखते हैं। FireEye ने कहा कि वे पीड़ित का डाटा एन्क्रिप्ट करने के बाद फिरौती मांगने के लिए पूरे वर्ष तक भी इंतजार करते हैं। यह अभी निश्चित रूप से पता नहीं है कि हैकर्स कौन हैं। पहले माना गया कि ये नॉर्थ कोरियन हो सकते हैं, लेकिन दो सिक्योरिटी ग्रुप्स को यह विश्वास नहीं है कि यूजर्स नेम जाहिर होने के बावजूद वे उत्तर कोरियाई हैं। इसके बजाय, क्राउडस्ट्राइक का कहना है कि इंटरनेट ऐड्रेस और लैंग्वेज के संदर्भ को देखा जाए तो वे रूसी हो सकते हैं। जाहिर है, रैंसमवेयर हैकर्स के लिए बहुत लाभदायक होते जा रहे हैं और निकट भविष्य में बड़ी कंपनियों और सरकारों के लिए एक गंभीर समस्या बन सकते हैं।

 

 

 

Jeevan