लांच होने के कुछ घंटो बाद ही बंद हुअा रामदेव का Kimbho एप्प
6/1/2018 12:47:51 PM
जालंधरः योग गुरू बाबा रामदेव ने टेलीकॉम इंडस्ट्री में एंट्री लेते ही सभी को हैरान कर दिया। इसके बाद बुधवार को पतंजलि ने अपना स्वदेशी मैसेजिंग एप्प किम्भो (Kimbho) लांच किया, जिसके लांच होने के कुछ घंटो के बाद ही इस एप्प को हटा दिया गया। Elliot elderson हैकर ने अपने ट्वीट में बताया कि किम्भो एप्प के क्विक सिक्योरिटी चैक में एप्प में कई बड़ी कमियां पाई गई हैं और ये एप्प की सिक्योरिटी एक मजाक की तरह है। इसीलिए इस एप्प को प्ले स्टोर से हटा दिया गया है।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि यूजर्स फिलहाल इस एप्प को इंस्टॉल न करें।' अगले ट्वीट में उसने लोगों को कहा कि वह सभी किम्भो यूजर्स के मैसेज पढ़ सकते हैं और ये एप्प यूजर्स के लिए बिल्कुल सुरक्षित नहीं है। एल्डरसन ने कहा कि एकबारगी पासवर्ड (ओटीपी) में सेंध लगाई जा सकती है। उसने ट्वीट किया, '0001 से 9999 के बीच सिक्योरिटी कोड का चयन करना और इसे अपनी पसंद के नंबर पर भेजना संभव है।'
This @KimbhoApp is a joke, next time before making press statements, hire competent developers... If it is not clear, for the moment don't install this app. #Kimbho #KimbhoApp pic.twitter.com/wLWzO6lhSR
— Elliot Alderson (@fs0c131y) May 30, 2018
बेंगलूरु के एथिकल हैकर आनंद प्रकाश ने कहा, 'इसमें सत्यापन से जुड़ी बुनियादी खामियां थीं जिसमें एक यूजर दूसरे यूजर का डेटा देख सकता है। हो सकता है कि इसकी वजह से डेवलपर ने इस ऐप को हटा लिया। गूगल ऐसी खामियों को उजागर करता है।' सेंटर फॉर इंटरनेट और सोसाइटी में नीति अधिकारी गुरशबद ग्रोवर ने कहा कि व्हाट्सऐप ऐंड टु ऐंड एनक्रिप्शन इस्तेमाल करता है। इसका मतलब है कि वे भी आपके मैसेज को नहीं पढ़ सकते। लेकिन किम्भो इस तरह की सुरक्षा का इस्तेमाल नहीं कर रहा था और संभवत: हर मैसेज को अपने सर्वर पर सामान्य टेक्स्ट की तरह सेव कर रहा था।