डिजीलॉकर में जोड़ी गई नई सेवा, पासपोर्ट के लिए ओरिजनल डॉक्यूमेंट्स ले जाने की जरूरत नहीं
2/20/2021 1:50:52 PM
- नागरिक अब डिजिलॉकर के जरिए अपने दस्तावेज जमा करा सकेंगे
- पासपोर्ट बनाने के लिए इच्छुक लोगों को मिली पेपरलेस सुविधा
- केंद्र सरकार ई-पासपोर्ट सेवा शुरू करने पर भी कर रही काम
गैजेट डैस्क: विदेश मंत्रालय ने अब पासपोर्ट सेवा को भी डिजिलॉकर (Digital Locker) प्लेटफॉर्म से जोड़ दिया है। पासपोर्ट के लिए आवेदन करने वाले नागरिक अब डिजिलॉकर के जरिए अपने दस्तावेज जमा करा सकेंगे।
शुक्रवार को "पासपोर्ट सेवा कार्यक्रम" के लिए "डिजीलॉकर" मंच का उद्घाटन कर दिया गया। केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने डिजी लॉकर प्लेटफॉर्म का उद्घाटन करते हुए कहा है कि इसे नागरिकों की मदद के लिए लाया गया है। अब नागिरकों को पासपोर्ट के लिए ओरिजिनल डाक्यूमेंट्स को साथ में ले जाने की जरूरत नहीं होगी।
विदेश मंत्रालय ने पासपोर्ट बनाने के इच्छुक लोगों को पेपरलेस सुविधा दे दी है। जानकारी के लिए बता दें कि मोदी सरकार पासपोर्ट को डिजिलॉकर में एक दस्तावेज के तौर पर भी शामिल करने पर विचार कर रही है। विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने बताया है कि पासपोर्ट खोने और दोबारा जारी होने की स्थिति में ये सेवा काफी मददगार साबित होगी। इसके अलावा केंद्र सरकार ई-पासपोर्ट सेवा को शुरू करने पर भी काम कर रही है ताकि पासपोर्ट की सुरक्षा को और बढ़ाया जा सके।
क्या है डिजिलॉकर
जानकारी के लिए बता दें कि डिजिलॉकर डिजिटल लॉकर का छोटा रूप है। यह एक तरह का वर्चुअल लॉकर है जहां आप अपने डॉक्यूमेंट्स जैसे एजुकेशनल सर्टिफिकेट्स, ड्राइविंग लाइसेंस, जन्म प्रमाण पत्र, पासपोर्ट, लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी, हेल्थ पॉलिसी या मोटर पॉलिसी, पैन कार्ड और वोटर आईडी जैसे जरूरी दस्तावेज डिजिटली स्टोर कर सकते हैं। इसे पहली बार जुलाई 2015 में लॉन्च किया गया था। यूजर को इसमें 1जीबी स्पेस मिलती है जिसमें आप अपने डॉक्यूमेंट्स सुरक्षित तरीके से स्टोर कर सकते हैं। यह आपके आधार नंबर से लिंक्ड होता है।
डिजीलॉकर का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह डॉक्यूमेंट को फिजिकली कहीं भी ले जाने के झंझट से छुटकारा दिलाता है। इसके जरिए आप इलेक्ट्रॉनिक तरीके से अपने डॉक्यूमेंट्स किसी के साथ शेयर कर सकते हैं। आपको बस डॉक्यूमेंट्स को स्कैन करना होगा। आप उनकी फोटो क्लिक करके भी इसमें रख सकते हैं।