पहला इलैक्ट्रिक पावर्ड प्लेन, सस्ती हो सकता है हवाई सफर

6/20/2018 6:21:21 PM

जालंधर : शहरी इलाकों में यात्री को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने के लिए आने वाले समय में इलैक्ट्रिक वाहनों का उपयोग किया जाएगा। यूरोप के एक शहर नॉर्वे में पहले इलैक्ट्रिक पावर्ड प्लेन पर टैस्ट किया गया है जिसमें इसने सफलतापूर्वक उड़ान भर कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इस फ्लाइट के दौरान नार्वे के परिवहन मंत्री केतिल सोलविक-ओल्सन ने ओस्लो एयरपोर्ट के इर्द-गिर्द कुछ मिनट के लिए उड़ान का आनंद लिया। उन्होंने कहा कि इलैक्ट्रिक पावर्ड प्लेन के जरिए कमर्शियल सर्विस को कुछ ही वर्षों में अनुमानित 2025 से शुरू किया जा सकता है। 

 

फुल चार्ज में तय करेगा 130 किलोमीटर का सफर

पिपिस्ट्रल कम्पनी के मुताबिक इस टू सीटर प्लेन को एक बार फुल चार्ज कर एक घंटे तक हवा में उड़ाया जा सकता है। यानी एक बार में इससे अनुमानित 130 किलोमीटर तक की यात्रा तय की जा सकती है। इसका वजन 350 किलोग्राम है, लेकिन यह कुल मिला कर 550 किलोग्राम वजन को उठाने की क्षमता रखता है। 

 

प्लेन में लगी 21 kWh क्षमता की बैटरी

इस प्लेन को बाल्कन के एक देश स्लोवेनिया की एयरक्राफ्ट निर्माता कम्पनी पिपिस्ट्रल द्वारा बनाया गया है। इस 100 प्रतिशत इलैक्ट्रिक अल्फा इलैक्ट्रो G2 (Alpha Electro G2) प्लेन में खास मोटर लगी है जो 50 किलोवाट्स की पावर पैदा करती है। इस मोटर को 21 kWh की बैटरी के साथ जोड़ा गया है। 

 

सस्ती होगी यह तकनीक

फिलहाल इस तकनीक से बनाए गए इलैक्ट्रिक प्लेन की रेंज को कम बताया जा रहा है, क्योंकि इसकी बैटरी का वजन ज्यादा है जो सिर्फ एक घंटे का ही बैकअप देती है लेकिन आने वाले वर्षों में इस टैक्नोलॉजी को और बेहतर बनाया जाएगा। माना जा रहा है कि इस तकनीक से विमान को कम कीमत पर उड़ाया जा सकेगा और टिकट का खर्च भी कम होगा।

Hitesh