रिसर्चः मोबाइल पर हो चुकी है टाइपिंग की स्पीड कम्यूटर के बराबर

10/3/2019 2:50:10 PM

गैजेट डेस्क : एक हालिया रिसर्च स्टडी में खुलासा हुआ है कि मोबाइल डिवाइसिस की टचस्क्रीन पर टाइपिंग की स्पीड कंप्यूटर कीबोर्ड पर टाइपिंग स्पीड के बराबर स्तर तक पहुँच चुकी है। फिनलैंड की ऑल्टो यूनिवर्सिटी, यूके की यूनिवर्सिटी ऑफ कैम्ब्रिज और स्विट्जरलैंड के ईटीएच ज्यूरिख के रिसर्चर्स ने अपनी स्टडी में पाया कि लोग QWERTY कीबोर्ड के मुक़ाबले  मोबाइल डिवाइसिस पर लगभग 70% तेजी से टाइप करते हैं। इस रिसर्च स्टडी में 160 देशों के 37,000 वालंटियर्स द्वारा लिए गए एक टाइपिंग टेस्ट से स्पीड और एक्यूरेसी  के आंकड़ों को ज़ारी किया गया है। 

 

 

मोबाइल और कंप्यूटर टाइपिंग स्पीड पर हुए रिसर्च स्टडी में यह सामने आया 

 


इस रिसर्च स्टडी में स्पष्ट तथ्य सामने आया है कि मोबाइल डिवाइसिस और कंप्यूटर के बीच तथाकथित "टाइपिंग गैप" कम हो रहा है क्योंकि लोग कीबोर्ड का उपयोग करने में कम कुशल हो जाते हैं और मोबाइल डिवाइसिस की टचस्क्रीन पर टाइपिंग करना ज़्यादा पसंद करते हैं। मोबाइल डिवाइसिस जैसे - स्मार्टफोन , टेबलेट , 2-in-1 कनवर्टिबल डिवाइसिस के बढ़ते उपयोग को टाइपिंग स्पीड में वृद्धि का सबसे बड़ा कारण बताया गया है लेकिन ऑटो-सही जैसे फीचर्स भी टाइपिंग स्पीड में बढ़त के कारण है। 

 


रिसर्च स्टडी के आंकड़ों के अनुसार एक व्यक्ति एक मोबाइल डिवाइस पर प्रति मिनट 85 वर्ड्स हिट करने में सक्षम था, जबकि  वालंटियर्स के बीच औसत टाइपिंग स्पीड 36 वर्ड पर मिनट थी। मोबाइल डिवाइसिस टाइपिंग में दोनों अंगूठे का उपयोग पर उच्च टाइपिंग गति को प्राप्त करने का सबसे अच्छा तरीका साबित हुआ है। रिसर्च स्टडी में कुछ 74% वालंटियर्स ने ऐसा करने की बात कही। 

 

 

मोबाइल डिवाइसिस पर टाइपिंग की स्पीड बढ़ाने के लिए ऑटो-सुधार को एक कारण माना गया लेकिन वर्ड प्रेडिक्शन इसमें शामिल नहीं है क्योंकि वर्ड प्रेडिक्ट करने का समय टाइपिंग की स्पीड से अधिक निकला। इस रिसर्च स्टडी में एक रोचक तथ्य भी सामने आया कि जिनकी उम्र 10-19 ऐज ग्रुप में थी उनकी टाइपिंग स्पीड 40 उम्र से ऊपर वाले लोगों से 10 प्रतिशत अधिक निकली। 

Edited By

Harsh Pandey