भारत में राजनीतिक विज्ञापन से जुड़ी जानकारी सार्वजनिक करेगी Google
1/22/2019 3:36:52 PM
गैजेट डेस्क- टेक जायंट गूगल अपने प्लेटफॉर्म पर भारत से संबंधित राजनीतिक विज्ञापनों से जुड़ी सूचनाएं आगामी मार्च से सार्वजनिक रूप से प्रस्तुत करेगी। इसमें चुनावी विज्ञापन खरीदने वाले व्यक्ति और संबंधित विज्ञापन की जानकारी होगी। जानकारी के मुताबिक अप्रैल-मई में होने वाले लोकसभा चुनावों के दौरान ऑनलाइन राजनीतिक विज्ञापनों में पारदर्शिता लाने के लिए गूगल एक 'ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट' लाने जा रही है, जिसमें गूगल प्लेटफॉर्म पर चुनावी विज्ञापन कौन खरीद रहा है और कितना पैसा खर्च किया जा रहा है, इस बारे में जानकारी होगी। बता दें कि गूगल से पहले फेसबुक ने भी भारत में होने वाले लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए अपनी विज्ञापन नीति में बदलाव किए थे। फेसबुक चुनावी विज्ञापनों के लिए फरवरी से ऑनलाइन लाइब्रेरी बनाएगी, जिसमें विज्ञापन देने वालों की पूरी डिटेल होगा, साथ ही जो विज्ञापन देगा उसे भी अपना प्रमाण देना होगा।
कंपनी का बयान
गूगल इंडिया में पब्लिक पॉलिसी के डायरेक्टर चेतन कृष्णास्वामी ने बताया, "2019 में 85 करोड़ से ज्यादा लोग वोट डालने जा रहे हैं और इसलिए चुनावी विज्ञापन में पारदर्शिता लाना और उन्हें चुनाव से जुड़ी जानकारियां देना हमारी जिम्मेदारी बनती है।" इसके साथ ही उन्होंने कहा, "हम भारत समेत दुनियाभर में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का समर्थन करते हैं, इसलिए हम ऑनलाइन चुनावी विज्ञापन में और ज्यादा पारदर्शिता ला रहे हैं और लोगों को चुनावी प्रक्रिया को बेहतर तरीके से समझने में मदद कर रहे हैं।"
कब शुरू होगी सर्विस
गूगल के मुताबिक, मार्च 2019 में ऑनलाइन एड लाइब्रेरी को शुरू किया जाएगा, जिसे आम लोग भी सर्च कर सकेंगे और उसमें ऑनलाइन राजनीतिक विज्ञापन से जुड़ी जानकारियां देख सकेंगे। गूगल अपने वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म यूट्यूब, सर्च पेज के अलावा एड सेंस और एड वर्ड के जरिए विज्ञापन चलाता है।
वेरिफिकेशन जरूरी
अब गूगल के प्लेटफॉर्म पर चुनावी विज्ञापन चलाने के लिए विज्ञापनदाता को चुनावी आयोग या आयोग द्वारा अधिकृत किसी व्यक्ति से 'प्री-सर्टिफिकेट' लेना जरूरी होगा। गूगल ने बताया कि, चुनावी विज्ञापन देने के लिए विज्ञापनदाताओं के वेरिफिकेशन की प्रक्रिया 14 फरवरी से शुरू होगी।