माइक्रोसॉफ्ट ने माना, लीक हुआ 25 करोड़ से अधिक यूजर्स का डेटा
1/24/2020 5:26:19 PM
गैजेट डैस्क: अमरीकी टैक्नोलॉजी कम्पनी माइक्रोसॉफ्ट ने मान लिया है कि करीब 25 करोड़ यूजर्स का डेटा बीते दिनों ऑनलाइन लीक हुआ है। कम्पनी ने इस बात की पुष्टि कर दी है।
- आपको बता दें कि डेटा लीक की बात सबसे पहले बॉब डियाचेंको की 'कॉम्प्रिटेक सिक्यॉरिटी रिसर्च टीम' की ओर से सामने लाई गई थी जिसमें बताया गया था कि करीब 25 करोड़ यूजर्स के कस्टमर सर्विस सपॉर्ट रेकॉर्ड्स वैब पर ऑनलाइन मौजूद हैं।
इसके बाद अब माइक्रोसॉफ्ट ने कन्फर्म करते हुए कहा है कि ऐसा 'इंटरनल कस्टमर सपॉर्ट डेटाबेस के 'मिसकन्फिगरेशन' के चलते हुआ है। इस डेटा में पिछले 14 सालों में माइक्रोसॉफ्ट सपॉर्ट एजेंट्स और कस्टमर्स के बीच हुए कन्वर्सेशन भी शामिल है।
- हालांकि अब कम्पनी ने कहा है कि इस समस्या को 31 दिसंबर 2019 को फिक्स कर दिया गया है।
इस तरह का डेटा हुआ लीक
रिसर्चर्स का कहना है कि सबसे ज्यादा लीक्ड डेटा में ईमेल, कॉन्टैक्ट नंबर्स और पेमेंट इन्फॉर्मेशन देखने को मिली है। इस डेटा का बड़ा हिस्सा प्लेन टेक्स्ट में लीक हुआ है, लेकिन इसके अलावा कस्टमर के ईमेल अड्रेस, आईपी अड्रेस, लोकेशंस, माइक्रोसॉफ्ट सपॉर्ट एजेंट ईमेल्स, केस नंबर और 'गोपनीय' इंटरनल नोट्स के भी लीक होने की जानकारी है।
ऐसे हुआ डेटा लीक
कंपनी के डाटाबेस नेटवर्क सिक्यॉरिटी ग्रुप की ओर से 5 दिसंबर, 2019 को किए गए एक बदलाव के चलते ये डेटा लीक हुआ है जिसके बाद सिक्यॉरिटी रूल्स मिसकन्फिगर हो गए और डेटा ऑनलाइन दिखने लगा। हालांकि, यह गड़बड़ एक इंटरनल डेटाबेस के इस्तेमाल तक ही सीमित थी।
अभी तक डेटा के गलत इस्तेमाल की कोई जानकारी नहीं
21 जनवरी 2020 को माइक्रोसॉफ्ट में साइबरसिक्यॉरिटी सॉल्यूशंस ग्रुप के कॉर्पोरेट वीपी एन जॉनसन ने कहा कि इस डेटा का कोई गलत इस्तेमाल अब तक सामने नहीं आया है। हालांकि ज्यादातर कस्टमर्स के पर्सनल डीटेल्स से जुड़ी जानकारी लीक नहीं हुई है लेकिन हम इस मामले में पारदर्शी रहना चाहते हैं।