Google Pay से बिजली का बिल देना पड़ा महंगा, बैंक अकाउंट से चोरी हुए 96 हजार रुपए

9/20/2019 3:30:51 PM

गैजेट डैस्क : आज के दौर में ऑनलाइन पेमेंट के जरिए धोखाधड़ी की घटनाएं धीरे-धीरे बढ़ती जा रही हैं। मुंबई के रहने वाले एक व्यक्ति को Google Pay के जरिए बिजली का बिल भरना महंगा पड़ा है और इससे यूजर को 96 हजार रुपए की चपत लग गई है। 

  • ऑनलाइन न्यूज वैबसाइट trak.in की रिपोर्ट के मुताबिक बिजली का बिल भरने के लिए यूजर ने Google Pay एप्प का उपयोग किया था लेकिन उसे ट्रांजैक्शन फेल होने का मेसेज मिला। 
  • इसके बाद यूजर ने गूगल डॉट कॉम पर गूगल पे कस्टमर केयर नंबर सर्च किया और काल की। यह नम्बर फर्जी निकला। जालसाजों ने उससे कहा कि ट्रांजैक्शन फेल होना एक आम बात है और इससे परेशान होने की जरूरत नहीं है। 
  • फर्जी एग्जिक्युटिव ने यूजर को अपने झांसे में लेते हुए एक टेक्स्ट मेसेज लिंक पर क्लिक करने को कहा और ऐसा करते ही यूजर के खाते से 96,000 रुपए किसी अनजान व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर हो गए।

धोखाधड़ी के मामलों में हो रही लगातार बढ़ोतरी

पिछले कुछ महीनों की बात की जाए तो इसी तरह ऑनलाइन ठगी के कई मामले सामने आए हैं जिनमें फर्जी कस्टमर केयर नंबर को डायल करने के बाद यूजर को भुगतना पड़ा है। कुछ हफ्ते पहले बेंगलुरू की एक महीला के खाते से 95,000 रुपए चोरी हो गए थे जब महीला ने Swiggy से खाना ऑर्डर किया था। ट्रांजैक्शन में हुई कुछ गड़बड़ी की जानकारी पाने के लिए महीला ने इसी तरह फर्जी कस्टमर केयर नंबर डायल कर दिया था। इस दौरान ठगों ने महीला को झांसे में लेकर बैंक अकाउंट की सारी जानकारी निकलवा ली और पैसों को अपने खाते में ट्रांसफर कर लिया।

वहीं जुलाई 2018 में एक यूजर को उस वक्त 2.2 लाख रुपए की चपत लग गई जब वह एक नामी फूड एप्प से खाना ऑर्डर कर रहा था। इस मामले में फेक कस्टमर केयर नंबर पर मिले फर्जी एग्जिक्युटिव ने बड़ी चालाकी से यूजर का ओटीपी मांग लिया था। ओटीपी बताने के कुछ ही देर बाद जब यूजर ने फोन चेक किया तो उसके खाते से 2.2 लाख रुपए ट्रांसफर होने का मेसेज मिला।

ऑनलाइन ठगी से ऐसे बचें

  1. आमतौर पर ठग ग्राहकों को फर्जी बैंक एग्जिक्यूटिव बनकर कॉल करते हैं। वहीं उनका बात करने का तरीका भी बिल्कुल प्रोफेशनल बैंक एम्प्लॉई की तरह ही होता है। ऐसे में आप उससे बैंकिंग से जुड़े कई सवाल करें। ऐसा करने पर वह खुद ही फोन काट देगा। 
  2. अगर फर्जी एग्जिक्यूटिव आपसे वेरिफिकेशन के तौर पर सवाल करे जैसे कि आपकी जन्मतिथि, नाम या फिर मोबाइल नंबर आदि मागें तो किसी भी तरह की डिटेल ना दें, क्योंकि आपके बैंक के पास पहले से ही आपकी डिटेल मौजूद रहती है। 
  3. फर्जी एग्जिक्यूटिव अगर आपको डराने की कोशिश करें या फिर ऐसा कहें कि अगर आपने उसके द्वारा दिए गए सुझाव पर अमल नहीं किया तो आपका डेबिट/क्रेडिट कार्ड और मोबाइल बैंकिंग सेवाएं ब्लॉक हो सकती हैं, तो ऐसे में घबराए नहीं। 
  4. इस दौरान अगर आपको किसी भी तरह की एप्प इंस्टाल करने को कहा जाता है तो फोरन कॉल को काट दें। आमतौर पर जालसाज आपको रिमोट डिवाइस कंट्रोल एप्प जैसे कि AnyDesk डाउनलोड करने को कहते हैं तो ऐसा बिल्कुल ना करें। 
  5. अगर आपसे किसी भी तरह के कोड की डिमांड की जाए तो हरगिज यह कोड ना दें। जालसाज बड़ी ही चालाकी से आपसे 9 अंको वाले कोड की मांग कर सकते हैं जिन्हें आपको नहीं देना है। क्योंकि यह कोड लॉगइन की तरह ही काम करता है और इससे फर्जी कॉलर यूजर के फोन का फुल ऐक्सेस पा सकते हैं।
  • ध्यान में रहे कि अगर कोई कस्टमर केयर एग्जिक्यूटिव आपको कोई दूसरी एप्प डाउनलोड करने को कहता है तो वह फ्राड है ऐसे में बिना कुछ बताए फोन को डिस्कनैक्ट करना ही सही रहेगा।

Hitesh