रोड सेफ्टी से जुड़ी ये बातें आपको जरूर जाननी चाहिए

1/17/2021 2:06:27 PM

ऑटो डैस्क: 32वें नैशनल रोड सफेटी वीक में ट्रैफिक नियमों को लेकर लोगों को जितना ज्यादा हो सके जागरूक किया गया है। आज इस वीक का आखिरी दिन है और आज हम आपको भारत की विभिन्न प्रकार की सड़कों पर दी जाने वाली लाइन्स के बारे में बताएंगे...

ब्रोकन वाइट लाइन: भारतीय सड़कों पर यही लाइन्स ज्यादा तर देखने को मिलती हैं। इसका मतलब यह है कि आप लेन चेज कर सकते हैं, व्हीकल को ओवरटेक कर सकते हैं और U-टर्न भी ले सकते हैं।

कंटीन्यूअस वाइट लाइन: इसका मतलब यह है कि आपको सड़क पर ओवरटेक या U-टर्न करने की मनाही है, लेकिन आप दुर्घटना होने से बचाव करते समय लाइन क्रॉस कर सकते हैं व टर्न भी ले सकते हैं। ये सड़कें ज्यादातर पहाड़ी इलाकों में देखी जाती हैं।

कंटीन्यूअस यैलो लाइन: ऐसी सड़कों पर आप अपनी लेन में ओवरटेक कर सकते हैं, लेकिन यैलो लाइन को क्रॉस करने की मनाही है। ऐसी लाइन लो विजिबिलिटी वाली सड़कों पर लगाई जाती हैं।

डब्ल कंटीन्यूअस येलो लाइन: इसका मतलब है कि सड़क पर दोनों तरफ से लाइन क्रॉस करने की सख्त मनाही है। आप ओवरटेक नहीं कर सकते, U-टर्न नहीं ले सकते और लेन चेंज भी नहीं कर सकते। जहां आपदाओं की उच्च संभावना होती है उन खतरनाक सड़कों पर यह लाइन लगाई जाती है।

ब्रोकन यैलो लाइन: इस लाइन में आपको ओवरटेक करने की अनुमति दी जाती है और आप यू-टर्न भी ले सकते हैं बशर्ते ऐसा करना सुरक्षित हो।

ट्रैफिक नियमों से जुड़े कुछ और सावधानी के संकेतों के बारे में...

लैफ्ट हैंड कर्व: इस साइन का मतलब है कि आगे सड़क पर बाएं हाथ में कर्व है।

लूज ग्रैवल: यह संकेत पहाड़ी क्षेत्र में कच्चे रास्ते या फिर बजरी होने की संभावना दर्शाता है।

पेडेस्ट्रियन क्रॉसिंग: इस साइन का मतलब है कि आगे पैदल यात्रियों के लिए एक क्रॉसिंग है।

स्कूल अहेड: इस साइन से पता चलता है कि आगे एक स्कूल है।

फालिंग रोक्स: यह संकेत चेतावनी देता है कि आगे चट्टाने गिर गई हैं।

गैप इन मेडियन: इससे यह पता चलता है कि सड़क पर आगे से यू-टर्न किया जा सकता है।

साइड रोड राइट: यह संकेत बताता है कि रास्ता सीधा जाने के अलावा दाहिनी ओर भी मुड़ता है।

Y-इंटरसैक्शन: इससे यह पता चलता है कि आगे सड़क का गठन Y शेप में है।

T-इंटरसैक्शन: यह संकेत बताता है कि आगे सड़क T शेप में है।

मेजर रोड अहेड: यह संकेत बताता है कि आगे एक क्रॉस रोड है।

अनगार्डेड लेवल क्रॉसिंग: इससे यह पता चलता है कि आगे एक रेलवे क्रॉसिंग है।

ट्रैफिक नियमों से जुड़े सूचनात्मक संकेतों के बारे में...

पब्लिक टेलीफोन: इस साइन का मतलब है कि आगे एक टेलीफोन सर्विस है।

पेट्रोल पंप: इस साइन से आपको बताया जाता है कि आगे रास्ते में एक पेट्रोल पंप है।

हॉस्पिटल: इस संकेत का अर्थ है कि आगे एक अस्पताल है।

फस्ट एड पोस्ट: इस साइन का मतलब है कि आगे प्राथमिक चिकित्सा सुविधा है।

ईटिंग प्लेस: यह संकेत दर्शाता है कि आगे भोजन की सुविधा है।

लाइट रिफ्रेशमेंट: इससे पता चलता है कि आगे चाय या कॉफी की दुकान है।  

पार्क दिस साइड: इससे यह पता चलता है कि आगे एक जगह है जहां आप वाहन पार्क कर सकते हैं।

पार्किंग स्कूटर एंड मोटरसाइकिल्स: यह संकेत बताता है कि स्कूटर या मोटरसाइकिल के लिए पार्किंग की जगह है।

पार्किंग लोट साइकिल्स: इस साइन से यह पता चलता है कि केवल साइकिल के लिए पार्किंग की जगह है।

रैस्टिंग प्लेस: यह साइन बताता है कि आपके पास में एक मोटल या एक लॉज है।

ट्रैफिक नियमों से जुड़े सावधानी के संकेतों के बारे में...

राइट हैंड कर्व: इस साइन का मतलब है कि आगे सड़क पर दाएं हाथ में कर्व है।

राइट हेयर पिन बैंड: इस संकेत का अर्थ है कि आगे पहाड़ी के रास्ते में तीखा मोड़ है।

राइट रिवर्स बैंड: इस साइन से पता चलता है कि आगे सड़क Z-शेप में है।

स्टीप असेंट: यह संकेत बताता है कि आगे खड़ी चढ़ाई है।

स्टीप डीसेंट: इस साइन से आपको बताया जाता है कि आगे ढलान है।

नैरो रोड अहेड: यह संकेत दर्शाता है कि आगे संकरी सड़क है।

नैरो ब्रिज: यह आपको बताता है कि आगे संकरा पुल है।

स्लिपरी रोड: इस साइन के जरिए फिसलन वाली सड़क की चेतावनी दी जाती है।

मैन एट वर्क: इससे यह पता चलता है कि आगे सड़क की मरम्मत हो रही है।

हम्प और रफ रोड: यह साइन बताता है कि आगे उबड़-खाबड़ सड़क है।

गार्डिड लैवल क्रोसिंग: यह संकेत बताता है कि आगे एक रेलवे क्रॉसिंग है जोकि एक व्यक्ति द्वारा संरक्षित है।

ट्रैफिक नियमों से जुड़े रैगुलेटरी संकेतों के बारे में...

स्टॉप: इस साइन का मतलब है कि आप रुक जाएं।

गिव वे: इस संकेत का अर्थ है राइट साइड से आ रहे ड्राइवर्स को रास्ता दें।

नो एंट्री: इस संकेत से पता चलता है कि आगे एक प्रतिबंधित क्षेत्र है।

वन वे: यह संकेत बताता है कि वाहन एक ही दिशा में चलें।

होर्न प्रोहिबिटेड: यह संकेत दर्शाता है कि हॉर्न बजाना मना है।

नो पार्किंग: यह संकेत दर्शाता है कि इस जगह गाड़ी खड़ी करना मना है।

ओवरटेकिंग प्रोहिबिटेड: इससे यह पता चलता है कि ओवरटेक करना घातक है।

स्पीड लिमिट: ड्राइवर निर्धारित की गई स्पीड लिमिट को पार न करें।

कंपलसरी टर्न लैफ्ट: इस साइन से पता चलता है कि आगे लैफ्ट मुड़ना चाहिए।

कंपलसरी अहेड: यह संकेत बताता है कि आपको एक सीधी दिशा में जाना है।

ट्रैफिक साइन कलर्स

रैड: रैड साइन का इस्तेमाल ज्यादातर उन संकेतों के लिए किया जाता है जो आपको सावधान करते हैं और जिनको मानना अनिवार्य होता है जैसेकि रुकिए, प्रवेष निषेध आदि।

वाइट: वाइट कलर उन संकेतों के लिए इस्तेमाल किया जाता है जोकि दिशा-निर्देश देते हैं, जैसे कि स्पीड लिमिट आदि। ये साइन ज्यादातर रैक्टेंगुलर और स्क्वेयर शेप में होते हैं।

ऑरेंज: ऑरेंज साइन को निर्माण या मेंटेनेंस की चेतावनी देने के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है। ऐसे साइन देखते ही आपको तुरंत अपने वाहन को धीमा कर लेना चाहिए।

ग्रीन: इस कलर का उपयोग रास्ते के बारे में सही जानकारी देने के लिए होता है। शहर में एंट्री होने से पहले आपको ऐसे साइन दिख जाएंगे।

यैलो:  इसे सामान्य चेतावनी कहा जा सकता है। इसे खास तौर पर सड़क की स्थिती के बारे में सही से ना पता होने या सड़क के खराब होने पर लगाया जाता है।

ब्लू: विकलांग ड्राइवरों को पार्किंग स्थान की पहचान हो सके इसी लिए इस साइन को लगाया जाता है।

फ्लोरोसेंट यैलो ग्रीन: सड़क के पास स्कूल है। लोग पैदल चलते हैं या फिर जहां साइकिल चलाते हैं, वहां इस कलर के साइन लगाए जाते हैं।

ब्राउन: सार्वजनिक मनोरंजन सांस्कृतिक या ऐतिहासिक महत्व के क्षेत्र के लिए ब्राउन साइन्स का उपयोग किया जाता है।

पिंक: इस कलर के साइन को वहां इस्तेमाल किया जाता है जहां कोई एक्सीडेंट हुआ हो या फिर रास्ता बंद हो।

जानिए रोड साइन्स और उनकी शेप्स के बारे में...

राउंड शेप्स

ड्राइवर को इन संकेतों का पालन करना अनिवार्य है। जब भी आप इस तरह का कोई संकेत देखें तो इनकी पालना करें नहीं तो आपको जुर्माना लगेगा।

ट्राएंगल शेप्स

इन्हें सावधानी का संकेत भी कहा जाता है। जब भी आप इस तरह का कोई साइन देखें तो अधिक सावधानी से ड्राइव करें और आगे की सड़क पर पूरा ध्यान रखें।

ऑक्टागोन शेप

इस साइन को स्टॉप साइन भी कहा जाता है। इसे देखते ही आपको सबसे पहले अपने वाहन को रोकना है।

रैक्टेंगुलर साइन

इसका उपयोग सूचनात्मक संकेतों के लिए किया जाता है। अगर आप किसी खास जगह पर जा रहे हैं तो आपको इन पर अधिक ध्यान देना है। 

Hitesh