इजरायल ने डिवैल्प किया खतरनाक स्पाइवेयर, एप्पल और गूगल के सरवर की हो रही जासूसी

7/21/2019 2:04:18 PM

गैजेट डैस्क : इजराइल की साइबर सिक्यॉरिटी कम्पनी ने एक ऐसे स्पाइवेयर को डिवैल्प कर लिया है जो गूगल, फेसबुक, एप्पल और यहां तक कि माइक्रोसॉफ्ट के सरवर पर पड़े डाटा को भी चुरा सकता है। फाइनेंशल टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि NSO ग्रुप द्वारा तैयार किया गया Pegasus (पिगासुस) स्पाइवेयर किसी भी डिवाइस में स्टोर किए गए डाटा पर अपनी पहुंच आसानी से बना लेता है वहीं क्लाउड सरवर पर स्टोर डाटा जैसे कि लोकेशन डाटा और फोटोज़ भी इसके निशाने पर हैं। 

ऐसे लगा इस स्पाइवेयर का पता

मई में व्हाट्सएप में स्पाइवेयर इंस्टाल होने के बाद सबसे पहले NSO ग्रुप का नाम सामने आया था। उस समय कम्पनी ने क्लाउड में स्टोर डाटा की जासूसी करने वाले Pegasus (पिगासुस) स्पाइवेयर को बनाने की बात से इनकार किया था। 

NSO ग्रुप ने दी सफाई

कम्पनी ने सीएनबीसी को दिए अपने बयान में कहा है कि डाटा चोरी करने की खबर को सबसे पहले फाइनेंशल टाइम्स ने उजागर किया है लेकिन उन्हें शायद कहीं से गलत जानकारी मिली है। एनएसओ के प्रॉडक्ट्स किसी भी तरह की डाटा कलेक्शन, क्लाउड ऐप्लिकेशंस, सर्विसेज या इंफ्रास्ट्रक्चर का ऐक्सेस नहीं देते हैं। 

  • अपनी सफाई देते हुए NSO ग्रुप ने कहा है कि आतंकवादी और अपराधी अपनी योजनाएं बनाने के लिए एनक्रिप्टेड टेक्नॉलजी की मदद ले रहे हैं। ऐसे लोग खुफिया और कानूनी एजेंसियों को अंधेरे में रखकर राष्ट्र की सुरक्षा को खतरे में डाल रहे हैं। हमारे वैध इंटरसेप्शन प्रॉडक्ट्स इस चुनौती का सामना करने के लिए तैयार किए गए हैं।

सबसे पहले हुआ था व्हाट्सएप पर अटैक

व्हाट्सएप ने मई में कहा था कि मेसेंजर सर्विस में एक खामी सामने आई है जिसके चलते एनएसओ ग्रुप का सॉफ्टवेयर स्मार्टफोन्स में एक कॉल के जरिए डाउनलोड हो जाता है जोकि व्हाट्सएप कॉल्स की जानकारी जुटा लेता है। उस समय व्हाट्सएप ने एक अपडेट को जारी कर इस समस्या को ठीक किया था। 

किस तरह नुक्सान पहुंचाता है यह स्पाइवेयर 

डिवाइस में इंस्टाल होने के बाद यह स्पाइवेयर गूगल ड्राइव, फेसबुक मेसेंजर और आईक्लाउड की ऑथेंटिकेशन कॉपी कर लेता है। इसके बाद इन एप्स के क्लाउड डाटा का ऐक्सेस अटैकर के हाथ लग जाता है। फिलहाल एप्पल, गूगल और माइक्रोसॉफ्ट ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

Hitesh