भारत में बनेगा दुनिया का सबसे बड़ा फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम: रिपोर्ट

10/21/2019 4:35:57 PM

- क्रिमिनल्स को पहचानने में मिलेगी सरकार को मदद

गैजेट डैस्क: भारत में बढ़ रहे क्राइम को देखते हुए भारत सरकार ने दुनिया का सबसे बड़ा फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। इस सिस्टम के जरिए CCTV कैमरों से मिलने वाली इमेज को क्रिमिनल रिकॉर्ड्स वाले डाटाबेस से मिलाया जा सकेगा। सभी राज्यों की पुलिस की पहुंच इस सेंट्रलाइज्ड डाटाबेस तक होगी। 

  • रिपोर्ट के मुताबिक नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो ने इस प्रस्तावित नेटवर्क के बारे में 172 पेज वाले डॉक्यूमेंट्स रिलीज किए हैं। इस सिस्टम में क्रिमिनल्स के चेहरे की पासपोर्ट साइज फोटोज़ को शामिल किया जाएगा। इसके अलावा मिनिस्ट्री ऑफ वुमन और चाइल्ड डिवेलपमेंट जैसी एजेंसियों की तरफ से जुटाई गई इमेजिस को भी इसमें स्टोर किया जाएगा। 

फोटो की पहचान होने पर अलर्ट देगा सिस्टम

इस सिस्टम को खास तौर पर ब्लैकलिस्टेड (अपराधियों) के चेहरे को मैच करने के लिए बनाया गया है। CCTV कैमरे द्वारा डाटा बेस में सेव तस्वीर अगर किसी भी व्यक्ती से मिलती है तो यह सिस्टम एजेंसियों को तुरंत अलर्ट भेज देगा। 

सुरक्षा एजेंसियों को भी मिलेगी मदद

डॉक्यूमेंट्स में बताया गया कि यह फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम अपराध से जुड़े मामलों को सुलझाने में काफी अहम भूमिका निभाएगा। सुरक्षा एजेंसियां मोबाइल डिवाइसिस से लैस होंगी ताकि वह फील्ड में भी संदिघ्द व्यक्ति का फेस कैप्चर कर सकें व इसे डेडिकेटेड एप के जरिए नेशनल डाटाबेस में सर्च कर सकें।

CCTV कैमरों की सीमित संख्या है बड़ी बाधा

प्राइस वॉटर हाउसकूपर्स इंडिया में साइबरसिक्यॉरिटी के हैड शिवराम कृष्णन ने बताया है कि इस प्रोजेक्ट में सबसे ज्यादा दिलचस्पी दिखाने वाली कंपनियों में IBM और HP शामिल हैं। सरकार चाहती है कि कॉन्ट्रैक्ट साइन करने के बाद 8 महीने के भीतर इस प्रोजेक्ट को पूरा किया जाए। हालांकि, CCTV कैमरों की सीमित संख्या इस प्रोजेक्ट में एक बड़ी बाधा हो सकती है। 

  • प्रत्येक 1,000 व्यक्तियों को मॉनिटर करने के लिए नई दिल्ली में 10 CCTV कैमरे हैं। वहीं, शंघाई में इतने ही व्यक्तियों को मॉनिटर करने के लिए 113 व लंदन में 68 कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा CCTV कैमरों की क्वॉलिटी को सुधारना पर भी ध्यान देने की जरूरत होगी। 

Hitesh