सरकार ने जारी की वार्निंग: बताया किन 8 कारणों के चलते अनसेफ है वीडियो कॉलिंग एप Zoom

4/17/2020 6:53:39 PM

गैजेट डैस्क: मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स के अंतर्ग्रत काम कर रहे साइबर कोआर्डिनेशन सेंटर (CyCord) ने वीडियो कॉलिंग एप जूम को लेकर एक डिटेल्ड एडवाइजरी जारी की है। इसमें साफ-साफ बताया गया है कि सरकारी अधिकारी ऑफिशियल काम के लिए जूम एप का उपयोग नहीं करेंगे, क्योंकि ये सेफ नहीं है। हालांकि इसे अनऑफिशियल परपज के लिए उपयोग किया जा सकता है।

इसके अलावा इंडियन साइबर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) ने भी जूम एप को लेकर वार्निंग दी है और इस एप को उपयोग करने से मना किया है। इस खबर के जरिए आज हम आपको ऐसे 8 कारणों के बारे में बताएंगे जिनसे आप खुद-ब-खुद समझ जाएंगे कि वीडियो कॉलिंग एप जूम सेफ नहीं है।

1. इंडियन साइबर इमरजेंसी रिस्पांस टीम का कहना है कि इस एप के जरिए साइबर क्रिमिनल लोगों की संवेदनशील जानकारी यानी सेंसिटिव इनफार्मेशन को एक्सैस कर सकते हैं।

2. जूम एप के जरिए चल रही वीडियो कान्फ्रैंस को हैक किया जाना आसान है। अभी एक मामला सामने आया है जिसमें BARC (ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल) द्वारा की जा रही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग को बीच में ही हैक कर लिया गया था, जिसके बाद इसे बीच में ही रोकना पड़ा था।

3. जूम एप के जरिए ऑफिशियल मीटिंग के दौरान हैकर खतरनाक एक्टिविटी को अंजाम दे सकते हैं।

4. अगर जूम एप को सावधानी से ना चलाया जाए तो मीटिंग के चलते अनइनवाइटिड लोग भी इसे ज्वाइन कर सकते है और आपको इस बात का पता भी नहीं चलेगा।

5. मनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स ने एडवाइजरी जारी की है कि इस एप के जरिए डैंटल ऑफ सर्विस (DOS) अटैक को अंजाम दिया जा सकता है।

6. जूम एप में एक रिकार्डिंग फीचर दिया गया है, जिसके जरिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान आपका गोपनीय डाटा लीक हो सकता है।

7. जूम एप में एंड-टू-एंड इनक्रिप्शन फीचर नहीं दिया गया है, यानी इसे सिक्योर बनाया ही नहीं गया।

8. इसके उपयोग से आपकी पर्सनल ईमेल और फोटोज लीक हो सकती है। इस एप की डायरैक्टरी में कुछ इश्यू सामने आए है जिससे यह सम्भव है कि ईमेल और फोटोज लीक हुई हों।

 

 

Hitesh