पेट्रोल पंप पर फ्रॉड से बचने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके

1/30/2021 5:52:35 PM

ऑटो डैस्क: कुछ पेट्रोल पंप के मालिक अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में फ्रॉड करना शुरू कर देते हैं। ये लोग वाहनों में ईंधन भरते समय ग्राहक के सामने ही उन्हें चूना लगा देते हैं और इसके बारे में जरा भी पता नहीं चलता। दरअसल पेट्रोल या डीज़ल भरवाते समय अगर आप सावधान न रहें तो आप भी इस फ्रॉड का शिकार हो सकते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे आसान तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनको अगर आप ध्यान रखेंगे तो अपके साथ कोई फ्रॉड नहीं कर पाएगा।

जरूर चेक करें फ्यूल इंडिकेटर

पेट्रोल पंप से पेट्रोल या डीज़ल भरवाने से पहले फ्यूल डिस्पेंसर मशीन का फ्यूल मीटर जरूर चैक कर लें। ईंधन भरने से पहले ये 0 से शुरू हो इस बात का आपको ध्यान रखना है। इसके बाद ईंधन जब भर जाए तो मोटरसाइकिल व कार का फ्यूल इंडिकेटर भी चेक करना न भूलें। मोटरसाइकिल या स्कूटर में तो पेट्रोल आपके सामने ही भरा जाता है, लेकिन ड्राइवर के अंदर बैठे होने का फायदा उठाकर कई बार ये लोग कार में ईंधन डालते ही नहीं हैं। ऐसे में आपको कार का इंडिकेटर ऑन करना है और अगर यह आगे न बढ़े तो समझ जाएं कि पेट्रोल भरने में किसी तरह का फ्रॉड किया गया है और तुरंत ही इसकी शिकायत करें।

फिक्स पेमेंट से बचने की है जरूरत

ज्यादातर लोग समय बचाने के लिए एक फिक्स पेमेंट का ही पेट्रोल अपनी बाइक या कार में भरवाते हैं, जैसे कि 100 रुपये, 200 रुपये या फिर 500 रुपये का ईंधन। आपकी इसी गलती का फायदा कुछ पेट्रोल पंप वाले उठाते हैं। वे पेट्रोल डिस्पेंसर मशीन में पहले से ही इन नंबर्स को लेकर सैटिंग कर देते हैं। जब आप इनमें से किसी भी नंबर को चुनते हैं तो आपके वाहन में कम मात्रा में पेट्रोल भरता है। इस फ्रॉड से खुद को बचाने के लिए हमेशा विषम संख्या में पेट्रोल भरवाएं जैसे कि 102,205,515 आदि।

पेट्रोल पंप अटेंडेंट पर जरूर रखें नजर 

आपके वाहन में पेट्रोल भरते समय कई बार पेट्रोल पंप अटेंडेंट फ्यूल को रोक कर फिर से शुरू कर देता है, ऐसा करना पेट्रोल चोरी का संकेत हो सकता है क्योंकि जब पेट्रोल की क्वांटिटी फिक्स है तो नोजल को बंद करने की जरूरत नहीं पड़नी चाहिए। अगर आपके साथ ऐसा होता है तो तुरंत मैनेजर को शिकायत करें और इस बारे में जरूर बताएं।

अगर लगे कि मिलावट वाला ईंधन है तो पंप पर दोबारा न जाएं

कमाई बढ़ाने के लिए ईंधन में मिलावट करना सबसे सस्ता और आसान तरीका है जिसके जरिए अधिकतर पेट्रोल पंपों पर ग्राहकों को चूना लगाया जाता है। ये लोग अपने ईंधन में नेप्था मिला देते हैं जो कि पेट्रोल का ही बाई-प्रोडक्ट (उप-उत्पाद) होता है और उसका घनत्व भी पेट्रोल जितना ही होता है। यह पेट्रोल से सस्ता पड़ता है। अगर आपको फ्यूल डलवाने के बाद बाइक या कार की परफोर्मेंस में समस्या लग रही है तो दोबारा उस पंप से पेट्रोल न भरवाएं।

यहां जानें कैसे कर सकते हैं शिकायत

1. सबसे पहले लिखित में पेट्रोल पंप मैनेजर से शिकायत करें।

2. इसके बाद जिस कंपनी का पेट्रोल पंप है उसके कस्टमर केयर पर भी शिकायत करें। ये सभी नंबर पेट्रोल पंप पर उपलब्ध होते हैं।

3. शिकायत पुस्तिका मांगकर उसमें शिकायत लिख सकते हैं।

4. अगर आप ठगी का शिकार होते हैं तो उपभोक्ता अदालत में भी इसकी शिकायत कर सकते हैं।

 

Hitesh