Vyommitra की पहली झलक, गगनयान से पहले अंतरिक्ष में भेजा जाएगा ये हुमनोइड

1/22/2020 3:00:08 PM

गैजेट डैस्क: ISRO (इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन) ने इस साल के अंत में होने वाले पहले मानव अंतरिक्ष यान कार्यक्रम (गगनयान) की शुरुआत के मद्देनजर अंतरिक्ष की स्थिति को बेहतर ढंग से समझने के लिए एक रोबोट भेजने का निर्णय लिया है। ISRO चाहती है कि इंसान से पहले इस मिशन के दौरान एक खास हुमनोइड को अंतरिक्ष में भेजा जाए। इसी लिए ISRO ने एक खास हुमनोइड को तैयार किया है जिसकी झलक आपके सामने है। इस वियोमित्रा (Vyommitra) नामक हुमनोइड को सबसे पहले स्पेस में भेजा जाएगा, जिसके बाद ह्यूमन्स के वर्ष 2022 तक जाने की सम्भावना जताई जा रही हैं।

 

दो भाषाओं में बात कर सकता है ये हुमनोइड

वियोमित्रा एक हाल्फ साइज का हुमनोएड है जो कई तरह के टास्क कर सकता है जिनमें दो भाषाओं में बात करना आदि शामिल है। इसरो के वैज्ञानिक सैम दयाल ने बताया है कि यह एक मानव की तरह कार्य करेगा और हमें वापस रिपोर्ट भेजेगा। फिलहाल, हम इसे एक प्रयोग के रूप में कर रहे हैं।

हुमनोइड को लेकर इसरो प्रमुख ने दी जानकारी

इसरो प्रमुख के-शिवन ने बताया है कि मानव रोबोट पूरी तरह से तैयार है। ये मिशन हमारे लिए सिर्फ अपनी क्षमता दिखाने का मौका ही नहीं है बल्कि हमारा लक्ष्य अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने के साथ ही उन्हें सुरक्षित वापस लाना भी है।

  • उन्होंने कहा कि हमारा रोबोट वह सब कुछ कर सकता है जोकि एक साधारण इंसान कर सकता है, हालांकि उसके जितना बड़े पैमाने पर नहीं। हम चाहते हैं कि हमारी पहली उड़ान खाली न जाए और इस अवसर का हम पूरा उपयोग करना चाहते हैं। इस दौरान हम खास विकसित किए गए रोबोट का प्रयोग करेंगे।

अगले हफ्ते तक तैयार होगा गगनयान का डिजाइन

के-शिवन ने आगे बताया कि गगनयान का डिजाइन अगले हफ्ते तक बनकर तैयार हो जाएगा। हमने 11 कन्सैप्ट रिव्यू कमेटीज बनाई हैं जिन्हेंने इसको लेकर अपना रिव्यू पूरा कर लिया है।

10 अलग-अलग टैस्ट कर रही इसरो

गगनयान की तैयारी में इसरो 10 अलग-अलग तरह के महत्वपूर्ण टेस्ट कर रही है। इनमें मेडिकल उपकरणों के साथ माइक्रोबायॉलजी से संबंधी टेस्ट, एयर फिल्टर और बायोसेंसर, बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट और जहरीली गैसों की निगरानी जैसे टैस्ट शामिल हैं।

Hitesh