खतरनाक हो सकती है फेशियल रिकग्निशन तकनीक : माइक्रोसॉफ्ट

7/15/2018 1:18:25 PM

जालंधर- अाज के समय में फेशियल रिकग्निशन तकनीक का इस्तेमाल कई डिवाइसिस में किया जा रहा है। वहीं माइक्रोसॉफ्ट ने अमरीकी संसद से अपील की है कि वह चेहरा पहचानने की इस तकनीक के इस्तेमाल को नियम-कानून के दायरे में लाएं ताकि लोगों की निजता और अभिव्यक्ति की आजादी को बचाया जा सके। कंपनी के अधिकारी ब्रैड स्मिथ ने शनिवार को एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि इस मामले में सरकार को विशेषज्ञ आयोग का गठन करना चाहिए। स्मिथ ने कहा कि कुछ व्यापारिक समूहों के लिए चेहरा पहचानने से जुड़ा काम करने वाली माइक्रोसॉफ्ट पहले ही कुछ ग्राहकों के ऐसे अनुरोध खारिज कर चुकी है जिसमें 'मानवाधिकारों के जोखिम' संबंधी स्थितियों में तकनीक के इस्तेमाल की गुजारिश की गई थी।

 

 

स्मिथ ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि आप कल्पना करें कि कोई सरकार आपकी एक-एक गतिविधि पर नजर रखे कि आप बिना इजाजत कहां-कहां गए। आप उस डाटाबेस की भी कल्पना कर सकते हैं जिसमें वह सबकुछ दर्ज होगा कि किस राजनीतिक रैली में आपने क्या-क्या बोला।  इससे आपकी अभिव्यक्ति की आजादी भी खतरे में पड़ सकती है।

 

 

इसके अलावा स्मिथ ने यह मसला भी उठाया कि जब आप किसी शॉपिंग मॉल में खरीदारी करते हैं, तो कौन-कौन सा सामान खरीदते हैं, किन चीजों में आपकी दिलचस्पी है, शॉप का मालिक बिना बताए आपके चेहरे के मुताबिक आपकी सूचनाएं अपने पास इकट्ठा कर सकता है।

Jeevan