फेसबुक ने बेचा सीक्रेट बिज़नेस डील के जरिए यूजर्स का डाटा
6/10/2018 6:33:02 PM

जालंधर : फेसबुक ने वर्ष 2015 में दावा किया था कि उसने डिवैलपर एक्सैस को यूजर्स के डाटा बेस से हटा लिया है। लेकिन इसके विपरीत द वॉल स्ट्रीट जनरल ने पता लगाया है कि फेसबुक ने अन्य थर्ड पार्टी कम्पनीज़ को उनकी प्रैक्टिस जारी रखने के लिए यूजर के डाटाबेस तक पहुंच बनाए रखने की अनुमति दी हुई है। इन सीक्रेट बिज़नेस डील्स को "whitelists," कहा गया है जिसके जरिए कम्पनियां यूजर की फ्रैंड लिस्ट्स को देख सकती है व व्यक्ति के फोन नम्बर तथा उसके निकटतम व्यक्ति के फेसबुक लिंक तक पहुंच बनाए हुए हैं।
सामने आया इन दो कम्पनियों का नाम
WSJ ने खुलासा कर पता लगाया है कि RBC कैपिटल मार्केट्स व निसान मोटर्स इन थर्ड पार्टी कम्पनियों में शामिल हैं। जर्नल ने लिखा है कि फिलहाल इस डील को खत्म किया गया है या नहीं व किन कम्पनियों को फेसबुक ने स्पैशल एक्सैस दिया हुआ है इसके बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
द वॉल स्ट्रीट जनरल ने जताई कनफ्यूजन
द वॉल स्ट्रीट जनरल ने दो तथ्यों पर अपनी कनफ्यूजन जताई है। वर्ष 2014 में सभी डिवैल्पर्स को नए API के ज्यादा रिस्ट्रिक्टेड वर्जन पर स्विच होने के लिए कहा गया था। इस दौरान कुछ डिवैल्पर्स जिनमें Nissan और RBC भी शामिल थे इन्होंने समय अवधि को थोड़ा बढ़ाने के लिए कहा था। जनरल ने बताया है कि नई डील में लोगों को उनके फ्रेंड की पूरी फ्रेंड लिस्ट को शेयर करने की एबिलिटी दी गई थी ना कि फोटो और इंटरेस्ट तक पहुंच बनाने की।
FTC के साथ की गई डील का हुआ उल्लंघन
फैडल ट्रेड कमिशन कन्जयूमर प्रोटेक्शन ब्यूरो (2009-2013) और मौजूदा जॉर्जटाउन लॉ के प्रोफेसर डेविड वलाडैक (David Vladeck) ने कहा है कि ऐसी डील्स कम्पनी द्वारा 2012 में FTC के साथ की गई डील का उल्लंघन करती है। जिसमे लिखा है कि फेसबुक को यूजर की जानकारी को शेयर करने व पब्लिकली साझा करने के लिए रैगुलेटरी की पर्मिशन लेनी होगी।
फेसबुक ने दी प्रतिक्रिया
फेसबुक के अनुसार उसने एक्सटैंडिड फ्रेंड लिस्ट्स को शेयर करने की अनुमति को शामिल किया है। लेकिन इसमें फोटोज़ और लोगों के इंटरस्टस को शेयर करने की बात नहीं की गई है। हम चाहते हैं कि डिवैल्पर्स यूजर की पब्लिक प्रोफाइल, फ्रैंड लिस्ट और इमेल अड्रैस से आगे पहुंच बनाने के लिए फेसबुक की अप्रूवल लें।
This story has confused 2 points. 1) In 2014, all developers were given a year to switch to the new platform API. A few developers including Nissan and RBC asked for a short extension — extensions that ended several years ago. https://t.co/wbz5h2YPuV
— Facebook (@facebook) June 8, 2018
2) Any new 'deals', as the Journal describes them, involved people's ability to share their broader friends' lists — NOT their friends' private information like photos or interests — with apps under the more restricted version of the API.
— Facebook (@facebook) June 8, 2018
Per our testimony to Congress: "We required developers to get approval from Facebook before they could request any data beyond a user’s public profile, friend list, and email address." https://t.co/OPVlepcuXT
— Facebook (@facebook) June 8, 2018