फेक न्यूज़ को हटाने के मामले में Facebook ने दिया बड़ा बयान
7/16/2018 5:44:16 PM
जालंधर- सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक फिलहाल ब्रिटेन में फेक न्यूज़ के ख़िलाफ़ अभियान चला रही है। इससे जुड़े विज्ञापन का नाम 'फेक न्यूज़ इज़ नॉट आवर फ्रेंड' (झूठी खबर हमारा मित्र नहीं है) दिया गया है। लेकिन अब फेसबुक ने स्पष्ट किया है कि वह अपने प्लेटफॉर्म से झूठी खबर (फेक न्यूज) को नहीं हटाएगा क्योंकि वह अपने समुदाय के मानदंड का उल्लंघन नहीं करता है। हालांकि फेसबुक ने कहा कि उसे कोई खबर अगर झूठी लगेगी तो वह उसे न्यूज फीड में जगह नहीं देगा और उसे न्यूज़ फीड में बहुत नीचे धकेल देगा।
फेसबुक से जुड़े अधिकारी जॉन हेजेमन ने कहा कि, " हमने फेसबुक को एक ऐसी जगह बनाने के लिए बनाया जहां विभिन्न लोग की आवाजें हों। सोशल नेटवर्क का इस्तेमाल करके रूस द्वारा अमरीका में मतदाताओं को प्रभावित करने की बात उजागर होने के बाद फेसबुक झूठी खबर फैलाने में अपनी भूमिका की जांच करता रहा है। बता दें कि फेसबुक पर एक बड़ा तबका ऐसा है जो लोगों को डायवर्ट करने का काम करता है। खासतौर पर यह चुनाव के दौरान ज्यादा सक्रिय हो जाता है और अपनी फेक न्यूज और वीडियो के जरिए से लोगों को बहकाने का काम करता है। इसे रोकने के लिए फेसबुक ने कड़े कदम उठाए हैं। फेसबुक पर फेक कंटेंट पाए जाने पर उसे ब्लॉक भी कर दिया जाता है।
We see Pages on both the left and the right pumping out what they consider opinion or analysis – but others call fake news. We believe banning these Pages would be contrary to the basic principles of free speech.
— Facebook (@facebook) July 12, 2018
Instead, we demote individual posts etc. that are reported by FB users and rated as false by fact checkers. This means they lose around 80% of any future views. We also demote Pages and domains that repeatedly share false news.
— Facebook (@facebook) July 12, 2018
वहीं हाल ही में खबर आई थी कि आगामी 2019 में होने वाले आम चुनावों के लिए को देखते हुए फेसबुक अपने यहां होने वाले पोस्ट, वीडियो के तथ्यों की जांच भी करेगा। अगर वह गलत पाए जाते हैं तो उन्हें फेसबुक से तत्काल हटा दिया जाएगा।