स्टूडेंट्स के लिए शुरू की गई Facebook आज है दुनिया की सबसे बड़ी सोशल साइट

2/4/2019 6:47:25 PM

गैजेट डेस्कः दुनिया की सबसे बड़ी सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक की शुरुआत 4 फरवरी, 2004 को हुई थी। बता दें कि फेसबुक को मार्क जुकरबर्ग ने अपने दोस्तों डस्टिन मोस्कोविट्ज, क्रिस हगेस और एडुआर्डो के साथ कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए लॉन्च किया था। इसके बाद फेसबुक की लोकप्रियता लगातार बढ़ती ही गई और आज दुनिया भर में इसके 232 करोड़ यूजर हैं और इसकी इसकी वैल्यू 34 लाख करोड़ रुपए है। 

2006 में याहू ने चाहा था खरीदना
फेसबुक की लोकप्रियता से प्रभावित होकर 2006 में याहू ने इसे खरीदना चाहा था और और इसके लिए 7100 करोड़ रुपए का ऑफर दिया था। लेकिन फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग इसके लिए तैयार नहीं हुए। बाद में माइक्रोसॉफ्ट ने 1,704 करोड़ रुपए का निवेश कर फेसबुक की 1.6 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीद ली। 2008 में गूगल से आईं शेरिल सैंडबर्ग फेसबुक की सीओओ बनीं। उनकी लीडरशिप में फेसबुक का और भी प्रसार होने लगा। 

इंस्टाग्राम को खरीदा
साल 2012 में फेसबुक ने 100 करोड़ डॉलर करीब (करीब 7,100 करोड़ रुपए) में इंस्टाग्राम को भी खरीद लिया। 

व्हाट्सएप को भी खरीदा
साल 2014 में फेसबुक ने 1,900 करोड़ डॉलर (करीब 1.34 लाख करोड़ रुपए) में इंस्टेंट मैसेजिंग एप्प व्हाट्सएप को भी खरीद लिया।

लगातार बढ़ती गई ताकत
फेसबुक का यूजर बेस लगातार बढ़ता ही गया। 2017 में इसके मंथली एक्टिव यूजर्स 200 करोड़ थे। किसी भी सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म के इतने यूजर्स नहीं हैं। फेसबुक की लोकप्रियता बढ़ने की एक वजह यह रही कि यह एक इंटरएक्टिव मीडिया प्लैटफॉर्म है, जिस पर यूजर्स आपस में संवाद कर सकते हैं। 

विवादों से रहा नाता
फेसबुक का विवादों से भी गहरा नाता रहा है। इस पर एप्पल जैसी कंपनी के खिलाप दुष्प्रचार तक का आरोप लगा और मार्क जुकरबर्ग पर सीईओ का पद छोड़ने का भी दबाव बढ़ा। इसके अलावा, फेसबुक पर दुनिया के बड़े देशों में होने वाले चुनावों में भी दखलंदाजी के आरोप लगते रहे हैं। इस पर यूजर्स के डाटा लीक करने का आरोप भी लगा। इस पर अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान ब्रिटिश एनालिटिका को 8.7 करोड़ के यूजर्स का डाटा देने का आरोप लगा। इससे इसकी काफी किरकिरी हुई और इसके यूजर्स का भरोसा इस पर कुछ कम हुआ। अभी भी चुनावों में दखलंदाजी करने के आरोप फेसबुक पर लगते रहे हैं। लेकिन सोशल मीडिया में आज फेसबुक जितनी बड़ी ताकत बन चुका है, उसे शायद ही फिलहाल कोई चुनौती दे सके। 

Jeevan