EV Expo 2018 का शानदार आगाज, बैटरी क्षमता से अधिक डिजाइन पर जोर

12/21/2018 7:12:23 PM

ऑटो डेस्क- इलेक्ट्रिक वाहनों और उनके उपकरणों पर आधारित तीन दिवसीय आठवां ईवी एक्सपो 2018 शुक्रवार को राजधानी के प्रगति मैदान में शुरू हुआ जिसमें प्रदर्शित वाहनों में बैटरी की क्षमता की बजाय डिजाइन पर अधिक जोर दिया गया है। प्रदर्शनी में महिंद्रा इलेक्ट्रिक के इलेक्ट्रिक ऑटो एवं इलेक्ट्रिक कार, गोयंका इलेक्ट्रिक-ओलेक्ट्रा बीवाईडी और फोटोन एमपीआई की इलेक्ट्रिक बसें, ऑटोलाइट लिमिटेड, एसयू ऑटोमोटिव, तेजसग्रीन ऑटोमोटिव, पुबांग इट्रोन और स्पीगो वीइकल्स के स्कूटर और मोटरसाइकिलें आकर्षण के केन्द्र हैं।

इलेक्ट्रिक ऑटो

इसमें ठुकराल इलेक्ट्रिक,महिंद्रा इलेक्ट्रिक और चैंपियन पॉलीप्लास्ट के इलेक्ट्रिक ऑटो लांच किए गए जबकि कौसलाइट इंडिया और ओकाया पावर ने आधुनिक प्रौद्योगिकी पर आधारित बैटरी तथा चार्जिंग सॉलूशन पेश किए। इसके साथ ही ऑल्टियस ने डीकाल और पेट्रोल से चलने वाले वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलने वाली प्रौद्योगिकी प्रदर्शित की है। इसमें देश-विदेश की 150 से अधिक कपनियों ने प्रदूषण रहित नवीनतम ई-वाहन, लिथियम आयन बैटरी और नवीनतम चार्जिंग सॉलूशन प्रदर्शित की है। विदेशी प्रदर्शकों में चीन की सबसे अधिक 35 कपनियां शामिल हैं।

उद्घाटन

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इसका उद्घाटन करते हुए कहा कि पिछले एक साल में देश में इलेक्ट्रिक-मोबिलिटी में तीव्र बदलाव आया है। इलेक्ट्रिक वाहन ही भविष्य की मोबिलिटी है। इलेक्ट्रिक रिक्शा आज देश के कोने-कोने में चल रहे हैं, और अब ई बाइक्स, ई-ऑटो और ई-बस भी आ रही हैं जो वर्तमान समय की मांग भी है। उन्होंने कहा कि तेल आयात पर अधिक विदेशी मुद्रा व्यय होने के साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा दे रही है। इथेनॉल और बायो-यूल को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।

अच्छे ई-रिक्शा बनाने की अपील

इसके साथ ही श्री गडकरी ने मोदी सरकार द्वारा देश में ई-रिक्शा अपनाए जाने का हवाला देते हुये कहा कि ई-रिक्शा निर्माताओं से इसकी गुणवतता पर ध्यान देने और अच्छे ई-रिक्शा बनाने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि बेहतर गुणवत्ता के लिए सरकार कोई मानक तय करे इससे बेहतर है कि निर्माता स्वयं अपने उत्पाद की गुणवत्ता पर ध्यान दें। 


‘सुपर किंग’ ई-ऑटो रिक्शा

एक्सपो में गोयंका इलेक्ट्रिक मोटर वीइकल्स ने ‘सुपर किंग’ ई-ऑटो रिक्शा का अनावरण किया। इस मौके पर कंपनी ने अलगे वर्ष अपनी निर्माण क्षमता बढ़ाने पर 50 लाख डॉलर के निवेश की भी घोषणा की। कंपनी की मौजूदा निर्माण क्षमता सालाना 40 हजार ई-रिक्शा है। कंपनी को हाल ही में एसेल इंफ्राटेक से 500 ई-रिक्शा का ऑर्डर मिला है। 

अफ्रीका को ई-रिक्शा का निर्यात

इसके साथ ही यह अफ्रीका को ई-रिक्शा का निर्यात करने वाली पहली कंपनी है। इस प्रदर्शनी में केईटीओ ने इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा के निर्माण पर एक करोड़ डॉलर निवेश करने की घोषणा करते हुये अपने प्रमुख वाहनों का प्रदर्शन किया। इस मौके पर कंपनी के निदेशक बलराम नारायणकर ने कहा कि एक करोड़ डॉलर के निवेश से नया संयंत्र बनाया जायेगा जिसकी वार्षिक निर्माण क्षमता 50 हजार ई-वाहन होगी। 

Jeevan