एक्टिवा का इंजन और मारुति का स्टेयरिंग लगा कर पिता ने बेटे के लिए बनाई वुडन एंटीक कार

4/19/2021 2:44:38 PM

ऑटो डैस्क: कोरोना महामारी के चलते एक साल पहले जब लोग घरों में कैद हो गए थे उस समय एक शख्स ने अपने बेटे के सपने को पूरा करने के लिए एक वुडन एंटीक कार तैयार की थी। यह वुडन एंटीक कार इतनी लोकप्रिय हो गई है कि लोग अब इसे सिर्फ देखने ही नहीं बल्कि खरीदने के लिए भी आने लग गए हैं। मोगा जिले के कस्बा बाघापुराना के मोगा रोड पर स्थित नई डेवलप की गई कॉलोनी में रह रहे रूपिंदर सिंह लकड़ी के मिस्त्री हैं। उनके दो बेटे हैं जिनमें से बड़े बेटे का नाम गुरविंदर सिंह है जोकि पिछले चार-पांच साल से लकड़ी की कार की अपने पिता से जिद कर रहा था।

रूपिंदर ने बताया है कि वह 10 साल पहले अपने परिवार के साथ शिमला घूमने गए थे तो वहां से उन्होंने अपने बेटे के लिए लकड़ी का खिलौना खरीदा था। जब उनका बेटा बड़ा हुआ तो वह इस छोटी कार को बडी बनाने के लिए कहने लगा, लेकिन रूपिंदर को इसे बनाने में समय नहीं मिल पाता था।  अचानक मार्च 2020 में कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन लग गया और लोग घरों में कैद होकर रह गए। इसी दौरान उन्होंने यह लकड़ी की कार बनाई है।

रूपिंदर ने कबाड़ी की दुकान से साढ़े आठ हजार रुपए में पुरानी स्कूटी खरीदी और उसके इंजन को निकालकर ठीक करवाया। इसके बाद मोटरसाइकल के चार पहिये खरीदे और कबाड़ में खड़ी मारुति कार का स्टेयरिंग भी खरीदा। लकड़ी का मिस्त्री होने के चलते रूपिंदर के पास लकड़ी के चयन का हुनर था इसी लिए उन्होंने इस कार को ज्यादा भारी भी नहीं बनने दिया। उन्होंने कैल की कच्ची लकड़ी खरीदी। 40 फीट लकड़ी से पूरी बॉडी बनाई, लाइट वगैरह लगाई और एक साल की मेहनत से सिर्फ 1 लाख रुपए में अनोखी कार तैयार कर दी।

अब उनके दोनों बेटे कॉलोनी की सड़कों पर अपनी यह खास कार लेकर घूमते हैं तो रूपिंदर का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। उन्होंने बताया कि कई लोग इस कार को खरीदने के लिए आ चुके हैं, लेकिन रूपिंदर का कहना है कि उन्होंने यह कार अपने बच्चों की खुशी के लिए बनाई है और इसे बेचने के लिए वह तैयार नहीं हैं।

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Hitesh