चुनावों के दौरान सोशल मीडिया की दखलंदाजी पर रोक लगाएगा कनाडा

1/31/2019 4:26:02 PM

गैजेट डेस्कः दुनिया भर में होने वाले चुनावों में सोशल मीडिया साइट्स की दखलंदाजी बढ़ती जा रही है। फेसबुक और ट्विटर जैसी साइट्स पब्लिक ओपिनियन को प्रभावित करने की क्षमता रखती हैं। इस वर्ष कनाडा में प्रोविंशियल इलेक्शन के साथ फेडरल इलेक्शन भी होने हैं। इसे लेकर कनाडा के पॉलिटिशियन्स सोशल मीडिया की भूमिका को लेकर सतर्क हो गए हैं। कनाडा के पॉलिटिशियन्स का साफ कहना है कि चुनावों में सोशल मीडिया साइट्स की दखलंदाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बता दें कि जब किसी भी देश में चुनाव होने होते हैं तो फेसबुक और ट्विटर वॉररूम सेटअप करती हैं, ताकि इससे जुड़ी कवरेज को साइट पर लाया जा सके। आज ज्यादा से ज्यादा लोग इन सोशल साइट्स का इस्तेमाल करते हैं, इसलिए पॉलिटिकल पार्टियां भी इन पर अपना प्रचार करती हैं और इन्हें विज्ञापन भी देती हैं।

कनाडा ने बनाया पैनल
कनाडा के डेमोक्रेटिक इंस्टिट्यूशन मिनिस्टर ने सोशल मीडिया के भ्रामक प्रचार के प्रति लोगों को सतर्क करने के लिए पांच राजनेताओं का एक पैनल बनाया है। यह पैनल कनाडा में चुनावों के दौरान सोशल मीडिया की भूमिका पर नजर रखेगा और न सिर्फ अलग-अलग पार्टियों के नोताओं को, बल्कि प्रधानमंत्री को भी आगाह करेगा। यह पैनल देखेगा कि सोशल मीडिया साइट्स पर जो सामग्री आ रही है, वह कहीं लोगों को बरगलाने वाली और झूठी तो नहीं है। 

कौन होंगे पैनल में
सोशल मीडिया पर निगाह रखने के लिए बनाए गए इस पैनल में प्रिवी काउंसिल के क्लर्क के अलावा नेशनल सिक्युरिटी और इंटेलिजेंस एडवाइजर, कनाडा के ग्लोबल अफेयर्स, जस्टिस एंड पब्लिक सेफ्टी मिनिस्ट्री के डिप्टी मिनिस्टर शामिल होंगे। दूसरे राजनेताओं को इन साइट्स के बारे में ब्रीफिंग दी जाएगी, लेकिन उनके पास इस जानकारी को सार्वजनिक करने का अधिकार नहीं होगा। 

फेक न्यूज और वीडियो पर रहेगी निगाह
बता दें कि चुनावों के दौरान इन सोशल साइट्स पर फेक न्यूज और फेक वीडियो भी काफी संख्या में सामने आते हैं। फ्रांस में इलेक्शन कैंपेन के दौरान इमैनुअल मैक्रों की ईमेल आईडी भी हैक करने की कोशिश की गई थी। इसके अलावा, अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव के दौरान भी फेसबुक की विवादास्पद भूमिका सामने आई थी। इसे देखते हुए कनाडा में इन पर नजर रखने के लिए खास इंतजाम किए जा रहे हैं। कनाडा के इंटेलिजेंस ग्रुप्स ने एक साथ मिल कर इंटेलिजेंस थ्रेट्स टू इलेक्शन्स टास्क फोर्स बनाया है जो सोशल मीडिया साइट्स की हर गतिविधि पर नजर रखेगी।   

Jeevan