Bluetooth Vulnerability से आपके डिवाइस का डेटा पड़ सकता है हैकर्स के हाथ

8/17/2019 2:04:07 PM

गैजेट डेस्क : अब तक आपने वर्चुअल अस्सिटेंट की रिकॉर्डिंग्स , टाइपिंग आदि के ज़रिये ही डाटा हैकिंग की बात सुनी होगी लेकिन अक्सर सेफ कही जाने वाली ब्लूटूथ तकनीक से भी आपके डेटा को खतरा है। एक नई रिसर्च स्टडी में यह पता चला है कि Bluetooth Vulnerability यानी ब्लूटूथ तकनीक में पाई गई एक नई खामी के चलते एक एडवांस्ड हैकर यूज़र्स के ब्लूटूथ डिवाइसिस के एन्क्रिप्शन को ब्रेक कर उससे होने वाले कम्युनिकेशन की ताक झाँक कर सकता है और उसे हैक करते हुए गलत मेसेजेस को कम्यूनिकेट कर सकता है। 

 

क्या है इस ब्लूटूथ वल्नेरेबिलिटी का असर ? 

 

 

यह ब्लूटूथ वल्नेरेबिलिटी बेहद टिपिकल है। सीधे एन्क्रिप्शन को तोड़ने के बजाय, यह हैकर्स को ब्लूटूथ डिवाइस के एक पेअर को पहली जगह में कमजोर एन्क्रिप्शन का उपयोग करने के लिए मजबूर करने की अनुमति देता है जिससे डिवाइसिस को हैक करना आसान हो जाता है। हर बार जब दो ब्लूटूथ डिवाइस कनेक्ट होते हैं, तो वे एक नई encryption key स्थापित करते हैं। 

 

यदि कोई हैकर उस सेटअप प्रक्रिया के बीच आ जाता है तो वे दो यूज़र्स को अपेक्षाकृत कम करैक्टर संख्या के साथ encryption key बनाने में ट्रिक कर सकते हैं। हमलावर को अभी भी सटीक पासवर्ड का पता लगाने के लिए पेयर्ड डीवाईसिस में से एक के खिलाफ एक कोड अटैक का उपयोग करना होगा लेकिन इस तकनीकी खामी के चलते यह कोड अटैक सही समय में हो सकता है। 

 

टेक एक्सपर्ट्स ने ब्लूटूथ यूज़र्स को न घबराने की सलाह देते हुए कहा कि इस हैकिंग अटैक को अंजाम देने के लिए उन डिवाइसिस की ब्लूटूथ पेयरिंग के वक़्त वहाँ मौजूद रहना होगा जिसके बाद ही वह उनके एन्क्रिप्शन को ब्लॉक कर उनके ब्लूटूथ ट्रांसमिशन में मॉडिफिकेशन कर सकता है और अपने मैसेज का ब्रॉडकास्ट या कोई अन्य अल्टरेशन उसी सिमित समय अवधि में कर सकता है। 

Edited By

Harsh Pandey