Apple vs Trai: इन 10 कारणों से आपका iPhone भारत में हो जाएगा यूज़लैस

7/24/2018 7:00:11 PM

जालंधर : अगर आप एप्पल आईफोन का उपयोग करते हैं तो जल्द टैलीकोम ऑपरेटर इस पर नैटवर्क सिग्नल देना बंद कर सकते हैं। ऐसा इसलिए हुआ है क्योकि एप्पल ने TRAI के नए रैगुलेशन्स को मानने से इनकार किया है। इससे अब एप्पल को भारत में बहुत बड़ा नुक्सान हो सकता है। आज हम आपको ऐसे 10 कारणों के बारे में बताने जा रहे हैं जो 1 वर्ष से चल रही एप्पल और ट्राई की जंग के दौरान सामने आए हैं। 

 


Apple vs Trai 

 

1. स्पैम्स कॉल्स से निपटने के लिए ट्राई लाई नया रैगुलेशन

इस एप को TRAI स्पैम काल्स व मैसेजिस के मुद्दे का मुकाबला करने के लिए लेकर आई है। इस एप पर रजिस्टर करने के बाद यूजर स्पैम मैसेजिस व कॉल्स को लेकर आसानी से रिपोर्ट कर सकते हैं। ऐसा करने पर सरकार के डाटाबेस में यह स्पैम नम्बर चढ़ जाता है और जांच कर उस नम्बर को ब्लॉक किया जा सकता है। लेकिन एप्पल हमेशा से इस एप को देने से मना ही करती आई है।

 

 

2. क्यों एप्पल नहीं देना चाहती यह एप
एप्पल का कहना है कि इस एप से आईफोन यूजर्स की काल्स और मैसेजिस लोग्स को एक्सैस किया जा सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक अपने यूजर्स की प्राइवेसी का हवाला देते हुए एक वर्ष से इस एप को अपने आईफोन्स में देने को लेकर एप्पल मना करती आई है, लेकिन अब इसे शामिल करने की नौबत आ गई है।

 

 

3 . यह है इस जंग का सबसे बड़ा कारण
एप्पल और TRAI के बीच 1 वर्ष से चल रही लड़ाई का सबसे बड़ा कारण यह है कि गूगल ने DND 2.0 एप्प को अपने प्ले स्टोर पर उपलब्ध कर दिया है और गूगल TRAI की नई पालिसी को मान रही है। इसी वजह से एप्पल पर अब सरकार का प्रैशर बढ़ रहा है।

 

4. अगर ट्राई ने मना किया तो क्या होगा
अगर एप्पल ने ट्राई का कहा नहीं माना तो आईफोन्स और एप्पल वॉच 3 में चल रहे नम्बर्स को डीएक्टिवेट कर दिया जाएगा। अन्य शब्दों में कहें तो एप्पल डिवाइसिस को मोबाइल कनैक्टिविटी से कट-ऑफ कर दिया जाएगा। 

 

 

5. एप्पल देना चाहती है अपनी एप
एप्पल ने अपकमिंग iOS 12 में नए फीचर को शामिल किया है जिसकी मदद से यूजर स्पैम काल्स व मैसेजिस को लेकर रिपोर्ट कर सकते हैं। लेकिन भारतीय सरकार इसके लिए अलग एप देने के बजाए ट्राइ द्वारा तैयार की गई एप ही देना चाहती है।

 

 

6. एप्पल की बिक्री पर पड़ेगा बुरा असर
अगर एप्पल ट्राई की DND 2.0 एप्प को अपने एप स्टोर पर नहीं देती है तो इससे एप्पल को भारत में काफी नुक्सान होगा। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक ट्राई का कहा नहीं मानने पर भारत में आईफोन्स और अन्य एप्पल प्रोडक्टस की बिक्री पर बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ेगा और कम्पनी को अपने प्रोडक्टस भारत में बेचने में काफी परेशानी होगी। 

 

7. एप्पल ट्राई पर कर सकती है मुकदमा
1 वर्ष से चल रहे विवाद के कारण एप्पल ट्राई को कोर्ट में घसीट सकती है। एप्पल के मुताबिक ट्राई ने एप्पल डिवाइसिस पर सैलुलर नैटवर्क ना देने की बात कह कर अपने क्षेत्राधिकार को पार कर लिया है। सम्भावित है कि एप्पल ट्राई पर मुकदमा कर सकती है।

 

 

8. एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स पर कैसे उपलब्ध हुई DND 2.0 एप
इस DND 2.0 एप को देने के लिए गूगल ने पहले ही ट्राई का सुझाव स्वीकार कर लिया था। इस एप के जरिए यूजर को बस अपना मोबाइल नम्बर रिजिस्टर करना होगा जिसके बाद स्पैम कॉल्स और मैसेजिस को लेकर यूजर रिपोर्ट कर सकते हैं। इसे एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स पर प्ले स्टोर के जरिए आसानी से डाउनलोग कर उपयोग में लाया जा सकता है।

 

9. बड़ी संख्या में यूजर्स होंगे प्रभावित
ट्राई का कहा अगर एप्पल ने नहीं माना तो इस कदम से भारत में बड़ी संख्या में यूजर्स के प्रभावित होने की सम्भावना है। इससे पहले एप्पल ने ट्राई की एप को अपने प्लैटफोर्म में शामिल करने की बजाए खुद तैयार की गई इन हाउस एप को देने का ऑफर किया था।

 

 

10 . इस कारण एप्पल नहीं देना चाहती ट्राई की एप
इस एप को लेकर पूछे जाने पर एप्पल हमेशा अपने ग्राहकों की गोपनीयता से जुड़ी चिंताओं का हवाला देती आई है व कहा जाता है कि थर्ड पार्टी एप्प से आईफोन यूजर्स की गोपनीयता का उल्लंघन होता है। लेकिन अब एप्पल को मजबूरण ट्राई की आवश्यकताओं पर ध्यान देते हुए इसका कोई समाधान निकालने पर विवश होना होगा।

 

 

 

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